आई.वी.आर.आई.में ‘दुग्ध और दुग्ध उत्पादों का स्वच्छ उत्पादन और प्रसंस्करण ‘ विषय पर प्रशिक्षण कार्यक्रम का शुभारम्भ

बरेली: भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान ( आई वी आर आई)के संयुक्त निदेशालय (प्रसार शिक्षा) एवं पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा अनुसूचित जाति उप योजना के अंतर्गत ‘दुग्ध और दुग्ध उत्पादों का स्वच्छ उत्पादन और प्रसंस्करण’ विषय पर तीन दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम का कल शुभारम्भ किया गया । इस प्रशिक्षण में अनुसूचित जाति के 20 प्रतिभागी भाग ले रहे हैं।

उद्घाटन समारोह के मुख्य अतिथि डॉ. महेश चंद्र, संयुक्त निदेशक (प्रसार शिक्षा), भारतीय पशु चिकित्सा अनुसन्धान संस्थान ने दूध उत्पादन एवं प्रसंस्करण द्वारा महिला सशक्तिकरण के महत्व पर बल देते हुए कहा कि इस क्षेत्र में महिलाओं की सहभागिता बढ़ाने की आवश्यकता है। उन्होंने प्रतिभागिओं को सम्बोधित करते हुए कहा कि भारत सरकार द्वारा चलाई जाने वाली इन योजनाओं का लाभ लेकर हम अपने सामाजिक एवं आर्थिक स्तर को ऊँचा उठा सकते हैं।

पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग के विभागाध्यक्ष एवं पाठ्यक्रम निदेशक डा. ए. के. विश्वास ने पाठ्यक्रम अभिरूचि के लिए सहभागियों का आभार व्यक्त किया। उन्होंने दूध के स्वच्छ उत्पादन एवं दूध उत्पादों के समुचित उपयोग के महत्त्व पर प्रकाश डालते हुए प्रतिभागियों से अनुरोध किया कि वे इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में बढ़ चढ़ कर भाग लें एवं ज्यादा से ज्यादा सीखें। कार्यक्रम के दौरान कृषि विज्ञान केंद्र के अध्यक्ष डॉ. बी पी सिंह ने सामूहिक स्तर पर दूध उत्पादन एवं प्रसंस्करण पर जोर देते हुए कहा कि हमें दूध प्रसंस्करण की वैज्ञानिक पद्यतिओं को अपनाने की आवश्यकता है, जिससे हम छोटे स्तर पर भी उच्च गुणवत्ता वाले दूध उत्पादों का निर्माण एवं विपणन कर सकते हैं।

कार्यक्रम के दौरान पाठ्यक्रम का विवरण प्रस्तुत करते हुये पाठ्यक्रम समन्वयक, डा. देवेन्द्र कुमार ने प्रशिक्षण की रूपरेखा प्रस्तुत करते हुए घरेलू स्तर पर दूध उत्पादों के प्रसंस्करण द्वारा आजीविका उपार्जन के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने बताया कि इस कार्यक्रम में दूध उत्पादन एवं प्रसंस्करण से सम्बंधित विभिन्न पहलुओं जैसे स्वच्छ दूध उत्पादन, दूध एवं दूध उत्पादों का गुणवत्ता परीक्षण, दूध का संग्रहण एवं परिवहन, प्राथमिक प्रसंस्करण, मूल्य संवर्धित दूध उत्पादों का निर्माण, उपउत्पादों का समुचित उपयोग इत्यादि विषयों पर प्रशिक्षण दिया जायेगा।

कार्यक्रम का संचालन करते हुए डा. सुमन तालुकदार ने पाठ्यक्रम से जुड़े सहभागियों एवं विभाग के वैज्ञानिकों का परिचय कराया। कार्यक्रम सह समन्वयक डा. सागर चन्द ने सभी के प्रति धन्यवाद प्रस्ताव ज्ञापित किया। इस अवसर पर पशुधन उत्पाद प्रौद्योगिकी विभाग के वैज्ञानिक डॉ गीता चौहान, डॉ रविकांत अग्रवाल एवं डॉ. तनबीर अहमद भी उपस्थित रहे।

बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट

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