इन रहस्यमयी घटनाओं को आज तक नहीं सुलझा सका कोई
ये संसार रहस्यों से भरा हुआ है। इनमे से कई रहस्य सुलझा लिए गए है और कई अभी तक अनसुलझे है। आज हम आपको दुनिया की ऐसी ही कुछ अनसुलझी रहस्यमयी घटनाओं के बारे में बता रहे है। ये घटनाएं आज सैकड़ों साल बीत जाने के बाद भी रहस्य हैं।
जब मिला 6 इंच छोटा नरकंकाल
चिली के घोस्ट टाउन के पास 6 से 8 इंच छोटा नरकंकाल पाया गया था। इस नरकंकाल के दांत काफी मजबूत थे और इसके बॉडी पर धारियां थी। बाद में ये मान लिया गया कि ये कंकाल इंसान का ही था। ऐसे में सवाल उठता है कि इतने छोटे इंसान के दांत कहां होते हैं? बहरहाल, किसी के पास भी इस नरकंकाल के बारे में स्पष्ट जानकारी मौजूद नहीं है।
जब आसमान से बरसे ‘मीट के टुकड़े –
1876 में बाथ कंट्री के रंकिन में अचानक मीट की बारिश होने लगी। आसमान से मीट के टुकड़े गिर रहे थे। नेवार्क साइंटिफिक एसोसिएशन ने इन टुकड़ों की जांच कर पाया कि ये टुकड़े घोड़े या किसी नवजात के हैं।लेकिन असलियत किसी को पता नहीं चल पाई।
आज भी सुरक्षित है 2,000 साल पुरानी बॉडी
कहाँ समा जाती है आधी नदी
जब जानवरों ने बचाई लोगों की जान
1975 में चीन के हियेंग सिटी के लोगों की जान जानवरों ने बचा ली थी। जानवरों के अजीबोगरीब बर्ताव की वजह से शहर खाली करवा लिया गया। इसके कुछ देर के बाद ही 7.3 मैग्निट्यूड के भूकंप ने 90% शहर तबाह कर दिया था।
गायब हो गए ऑस्ट्रेलियाई प्राइम मिनिस्टर
22 महीने तक ऑस्ट्रेलिया के प्राइम मिनिस्टर रहे हेरोल्ड होल्ट को आखिरी बार चेवियट बीच पर देखा गया था। उसके बाद हेरोल्ड गायब हो गए। उन्हें ढूंढने के लिए पुलिस, ऑस्ट्रेलियन नेवी डाइवर्स, एयर फाॅर्स हेलिकॉप्टर्स भी लगाए गए। लेकिन हेराल्ड का कोई निशान नहीं मिला।
1518 का ‘डांसिंग प्लेग’
कहा जाता है कि 1518 में एल्सासे के स्ट्रासबर्ग में डांसिंग प्लेग फैला था। लोग कई महीनों तक बिना रुके डांस करते रहे थे। इस दौरान कइयों की मौत हार्ट अटैक और स्ट्रोक्स की वजह से हो गई थी। इस प्लेग के रहस्य से कभी पर्दा नहीं हट पाया।
एयरपोर्ट से हुई बोइंग विमान की चोरी –
2003 में अंगोलन एयरपोर्ट से बोइंग 727 की चोरी हो गई थी। बोइंग के लाइट्स बंद थे, ट्रांसपॉन्डर डिसएबल किये हुए थे और बोइंग ने वैसे ही उड़ान भर दी। अटलांटिक ओशन के ऊपर से गुजरते हुए इस बोइंग विमान को फिर किसी ने नहीं देखा।
ये ऐसी घटनायें हैं जो दुनिया में मशहूर तो बहुत हुई, इन पर काफी रिसर्च भी हुईं पर इनकी सत्यता और कारन आज भी अनसुलझे हैं।



