एसआरएमएस में AMPINC की दो दिवसीय 15वीं वार्षिक साइंटिफिक कांफ्रेंस का आयोजन
बरेली , 16दिसम्बर । रेडिएशन ओंकोलाजी में पूर्व, वर्तमान और भविष्य की तकनीक थीम पर एसोसिएशन आफ मेडिकल फिजिसिस्ट आफ इंडिया, नार्दन चैप्टर (A.M.P.I.N.C.) की दो दिवसीय 15वीं वार्षिक साइंटिफिक कांफ्रेंस 17 और 18 दिसंबर को एसआरएमएस मेडिकल कालेज में आयोजित की जा रही है। आरआर कैंसर इंस्टीट्यूट एंड रिसर्च सेंटर स्थित रेडिएशन ओंकोलाजी विभाग द्वारा आयोजित इस साइंटिफिक कांफ्रेंस में उत्तर भारत के नौ राज्यों के मेडिकल फिजिसिस्ट शामिल हो रहे हैं। यह जानकारी साइंटिफिक कांफ्रेंस के आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी व एसआरएमएस मेडिकल कालेज के वरिष्ठ मेडिकल फिजिसिस्ट जितेंद्र निगम ने दी। उन्होंने कहा कि डाक्टरों द्वारा कैंसर के उपचार और टेक्नीशियन द्वारा उसके ट्रीटमेंट डिलिवरी के बीच मरीज के जल्द से जल्द स्वस्थ होने के लिए प्लानिंग महत्वपूर्ण होती है। इसी से मरीज को उचित मशीन द्वारा, उचित स्थान और उचित मात्रा से दवाई दी जाती है। यह काम मेडिकल फिजिसिस्ट का होता है। जितेंद्र ने कहा कि कैंसर के मरीजों के उपचार विधियों, तकनीकी और उपकरणों में तेजी से बदलाव आ रहा है। मेडिकल फिजिसिस्ट को इससे अपडेट कराने के लिए एसआरएमएस मेडिकल कालेज में दो दिवसीय साइंटिफिक कांफ्रेंस आयोजित की जा रही है। दो दिवसीय कांफ्रेंस में नौ सत्रों में मेडिकल फिजिसिस्ट और कैंसर विशेषज्ञों को कैंसर मरीजों के उपचार विधियों, तकनीकी और उपकरणों में बदलाव की जानकारी दी जाएगी। उद्घाटन समारोह के साथ पहले दिन शनिवार को पांच साइंटिफिक सत्र होंगे। जबकि दूसरे दिन रविवार को चार सत्र आयोजित किए जाएंगे। देश के नामचीन कैंसर विशेषज्ञ और मेडिकल फिजिसिस्ट साइंटिफिक सत्रों में मरीजों की केस हिस्ट्री के साथ शोध पत्र प्रस्तुत करेंगे। उद्घाटन सत्र शनिवार दोपहर 12 बजे होगा। एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देवमूर्ति जी और मेडिकल कालेज के डायरेक्टर आदित्य मूर्ति जी इसमें साइंटिफिक कांफ्रेंस का उद्घाटन करेंगे। बरेली से ए सी सक्सेना ।