ओपन कास्ट माइनिंग एंड सस्टेनेबिलिटी पर राष्ट्र की सबसे बड़ी कोन्फ्रेंस ‘आइकॉम्स’ के 5वें संस्करण का हुआ समापन

सिंगरौली,ओपन कास्ट माइनिंग एंड सस्टेनेबिलिटी पर राष्ट्र की सबसे बड़ी कोन्फ्रेंस ‘आइकॉम्स-2022’ का समापन मंगलवार को हुआ । इस दो दिवसीय भव्य कोन्फ्रेंस में देश भर के 550 से ज्यादा खनन पेशेवरों, शिक्षाविदों, निर्माताओं और सेवा प्रदाताओं की भागीदारी देखी गई।

‘आइकॉम्स-2022’ के समापन सत्र के दौरान एनसीएल के सीएमडी श्री भोला सिंह, निदेशक(तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा, निदेशक(कार्मिक), श्री मनीष कुमार, एवं निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण, निदेशक (तकनीकी/परियोजना एवं योजना) श्री जितेंद्र मलिक, आईआईटी-आईएसएम धनबाद के प्रोफ़ेसर श्री एस एस राय, क्षेत्रीय महाप्रबंधक, मुख्यालय के महाप्रबंधक/विभागाध्यक्ष, देश भर से आए कोन्फ्रेंस के सभी प्रतिभागी उपस्थित रहे।

5वें आइकॉम्स के समापन सत्र को संबोधित करते हुए सीएमडी एनसीएल श्री भोला सिंह ने पेपर प्रस्तुतकर्ताओं की प्रशंसा की और कहा कि कोन्फ्रेंस में बेहतरीन शोध पत्र प्रस्तुत हुए हैं। व्यावहारिक शोध पत्र के परिणामों को समयबद्ध व योजनबद्ध तरीके से खदानों में लागू किया जाना चाहिए । उन्होंने 2022-23 में एनसीएल के उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सभी कर्मियों को बधाई दी। उन्होने कहा कि वर्ष 2023-24 और अधिक चुनौतीपूर्ण होगा, उन्होने चालू वित्तीय वर्ष के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए टीम एनसीएल को प्रेरित किया। अंत में सीएमडी एनसीएल ने ‘आइकॉम्स-2022’ के भव्य सफल आयोजन के लिए आयोजकों को बधाई दी ।

इस अवसर पर एनसीएल के निदेशक (तकनीकी/संचालन) डॉ अनिंद्य सिन्हा ने कहा कि कोयला खनन में मैनुअल से मशीनीकरण के बदलाव आए हैं जो अब डिजिटाइज़ड होने जा रहा है। आने वाले समय में यह औटोमेटेड या स्वचलित हो जाएगा। उन्होने कहा कि ‘आइकॉम्स-2022’ में प्रस्तुत हुए शोध पत्र व प्रदर्शनी द्वारा दर्शाये गए नवाचार देश के ओपनकास्ट खनन को नई दिशा देने में सक्षम है ।

समापन सत्र को संबोधित करते हुए, निदेशक (कार्मिक) श्री मनीष कुमार ने कहा कि आइकॉम्स आगामी भविष्य में एनसीएल और कोल इंडिया को उत्पादन उत्पादकता एवं कार्य दक्षता में नई बुलंदी पर पहुंचाएगा। उन्होंने आइकॉम्स को सफल बनाने में सभी हितधारकों के योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।

कार्यक्रम में, निदेशक (वित्त) श्री रजनीश नारायण ने कहा कि यह कोन्फ्रेंस उद्योग व शैक्षणिक संगठनो का अद्वितीय व अनूठा समागम है । यह उम्मीद है कि इस सम्मेलन के जरिये हम खदानों में खनन लागत को कम करते हुए राष्ट्र की ऊर्जा आकांक्षा को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त करेंगे।

कार्यक्रम में आईआईटी-आईएसएम धनबाद प्रोफेसर श्री एस एस राय ने कहा कि इस प्रकार कि कोन्फ्रेंस शैक्षणिक व औद्योगिक इकाइयों के एक दूसरे की पूरक बनेंगी। समय समय पर, अधिक से अधिक शिक्षाविदो को उद्योगों की समस्या को जानने के लिए ऐसे आयोजनों में प्रतिभाग करते रहना चाहिए।

कोन्फ्रेंस में विभिन्न खनन विषयों पर 80 से ज्यादा रिसर्च पेपर्स प्राप्त हुए थे। साथ ही कोन्फ्रेंस में आयोजित प्रदर्शनी में माइनिंग एवं मशीनरी से जुड़ी 45 बहुराष्ट्रीय कोंपनियों ने अपने उत्पाद व सेवाओं का प्रदर्शन किया। प्रदर्शनी में खनन पेशेवरों ने धरातल पर अपने कार्य के दौरान आ रही समस्याओं को साझा भी किया जिससे निर्माता अपने उत्पाद में उचित बदलाव ला सकें। कोन्फ्रेंस में मुख्य रूप से ओपनकास्ट खानों से संबंधित विषयों पर आधारित नवीकरणीय ऊर्जा, पर्यावरण प्रबंधन, ओपनकास्ट खानों के लिए सतत समाधान, डिजिटिकरण, विविधीकरण से जुड़े विषयों पर चर्चा हुई।

आइकॉम्स 2022 की भव्य सफलता एवं आयोजन में कोंफ्रेस के संयोजक महाप्रबंधक (दुधिचुआ) श्री सतीश झा, महाप्रबंधक (विकास एवं शोध) श्री पी डी राठी, महाप्रबंधक (उत्तखनन) श्री भारतेन्दु कुमार, व उनकी पूरी टीम की अहम भूमिका रही ।

गौरतलब है कि दो दिवसीय कोन्फ्रेंस ‘आइकॉम्स-2022’ का शुभारंभ सोमवार को कोल इंडिया के चेयरमैन श्री प्रमोद अग्रवाल ने किया था।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

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