कोई भूखा ना सोये इसलिए अचार बेचती है 87 वर्षीय महिला, पति की मौत के बाद से किया ये नेक काम
आज के जमाने में इन्सान अपने काम में व्यस्त है, पुए दिन काम करता है शाम को घर आता है खाना खाता है सो जाता है फिर अगले दिन वही, उसको ये भी नही पता होता है पड़ोस में कौन आ रहा है और कौन जा रहा है, सब अपने काम में व्यस्त रहते हैं उनको किसी के नेक काम या किसी चीज से कोई मतलब नही है.
आज के जमाने में बहुत कम ऐसे लोग हैं जो दूसरों की मदद करके नेक काम कर रहे हैं लेकिन एक महिला जिनकी उम्र 87 साल है, लोगो को खाना खिलाकर नेक काम कर रहीं हैं
ANI की रिपोर्ट के अनुसार, उषा दिल्ली की रहने वाली हैं और कोरोना की वजह से उनके पति उषा का देहांत हो गया था वो तो ठीक हो गईं लेकिन पति चल बसे. पति के मौत के बाद वो निराश नहीं हुईं. अपनी नातिन की मदद से ज़रूरतमंदों को भोजन मुहैया करवाने लगीं. अपने बचे हुए ज़िंदगी को वो मानव सेवा में समर्पित कर रही हैं.
उषा का परिवार सम्पन्न परिवार हैं वो लोगो का पेट भरने के लिए आचार बनती हैं लोगों को भोजन खिलाने के लिए उषा आचार बनाती हैं. आचार को बेचकर जो पैसे आते हैं, उन्हें वो भोजन के लिए इस्तेमाल करती हैं.
उषा ने अपने इस बिजनेस का नाम Pickled With Love रखा हैं, उषा प्रतिदिन 200 लोगो को आचार खिलाती हैं और आज तक वो 65 हज़ार लोगों का पेट भर चुकी हैं.