कोरोना के बाद अब इस महामारी ने मारी एंट्री, खौफ में आया पूरा देश, डराने वाले हैं हालिया हालात
लखनऊ: जहां एक तरफ पूरी दुनिया कोरोना वायरस के कहर से त्राहि-त्राहि कर रही है तो वहीं दूसरी तरफ अब खबर है कि कोरोना जैसी एक और घातक बीमारी ने एंट्री मार ली है। अब ऐसी स्थिति में एक साथ एक ही समय पर दोनों ही महामारी से कैसे निपटा जाए। यह एक दोहरी चुनौती साबित हो रही है। बता दें कि जापान में अब कोरोना के बाद बर्ड फ्लू ने एंट्री मार ली है। कल तक कोरोना के कहर से त्राहि-त्राहि करने वाले लोग अब बर्ड फ्लू के कहर से त्राहि-त्राहि कर रहे हैं। आहिस्ता-आहिस्ता जापान में अब यह विकराल रूप धारण करती जा रही है। जापान के 10 राज्य अब तक बर्ड फ्लू की चपेट में आ चुके हैं। बर्ड फ्लू के बढ़ते कहर को मद्देनजर रखते हुए भारी संख्या में पक्षियों को मारने का फरमान जारी कर दिया गया है।
खैफजदा हो चुकी स्थिति के बारे में तफसील से जानकारी देते हुए कृषि मंत्रालय का साफ कहना है कि संजीदा हो रहे हालातों पर काबू पाने के लिए हमें 11000 पक्षियों को दफन करना होगा। यह फैसला ऐसे समय में लिया गया है, जब दक्षिण-पश्चिम जापान के शिगा प्रान्त में हिगाशीओमी शहर में एक पोलेट्री फॉर्म में अंडे से एवियन इन्फ्लूएंजा फैला है। वहीं.. आहिस्ता-आहिस्ता पैठ बनाते जा रहे बर्ड फ्लू अब कंगना प्रांत में भी दस्तक दे चुके हैं।
बताया जा रहा है कि सबसे पहले बर्ड फ्लू यूरोप में कंगना प्रांत में फैला था। एफएओ के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि जापान में पाए जाने वाला यह वायरस 2020 की शुरूआत में ही फैला था। इन स्थितियों को मद्देनजर रखते हुए अब इस नतीजे पर पहुंचा जा सकता है कि अलग-अलग एच 5 एन 8 एचपीएआई वायरस मौजूद हैं जो महामारी फैला रहे हैं। जापान के स्वास्थ्य अधिकारियों का कहना है कि इस पर अंकुश लगाने की दिशा में पूरे देश में अलर्ट जारी कर दिया गया है। हम हर उस कोशिश को अंजाम तक पहुंचाने की जुगत में जुट चुके हैं कि जिससे कि बेकाबू हो रहे हालातों पर काबू पाया जा सके।