चिकित्सक ने इजाद की नई तकनीकी, स्मार्टफोन पर दिखेगी दांतों में होने वाली विकृति
लखनऊ: चिकित्सा जगत में नवाचार की भूमिका अत्यंत आवश्यक है। दांतों के उपचार में भी टेक्नोलॉजी का उपयोग भाँति-भाँति से हो रहा है। दांतों का इलाज करने के लिए कई प्रकार के एक्सपर्ट सीबीसीटी आदि का इस्तेमाल होता है। इसी क्रम में आगे चलते हुए हमने देखा कि अब आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस का इस्तेमाल भी हो रहा है। जिसमें सेंसर के द्वारा दांतों में होने वाली समस्याओं की जानकारी उपलब्ध कराई जाती है।
इस तरह का एक नया सेंसर डॉ. नीता मिश्रा और बिहार के डॉक्टर इन इंजीनियर ग्लोबल आउटरीच मैक्सिलोफैशियल असोसिएशन के संस्थापक सॉफ्टवेयर इंजीनियर राकेश कुमार के साथ अन्य चिकित्सकों की टीम ने एक नया तकनीक स्वचालित तकनीक में दाँत के रेडियोग्राफी के मैच के मुँह के अंदर सेंसर बेस्ट स्कैन लगाकर उनका स्कैन लिया जाता है और यह इमेज कंप्यूटर पर या स्मार्टफोन पर दांतों में होने वाली विकृति या संक्रमण के दिखता है।
दांतों के अंदर किसी भी प्रकार का बीमारी इससे पकड़ में आ जाती है। धातु के टेढ़े मेढ़े होने की जानकारी भी देता है। यह सॉफ्टवेयर बहुत ही जल्दी एवं बहुत कम खर्च में ये जानकारियां देने में सक्षम होगा इस तकनीक का जल्दी ही उपयोग होने लग जाएगा।