जिलाधिकारी ने कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया और भारतीय संविधान के संकल्प को दोहराया

बरेली , 27 जनवरी । जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी ने कलेक्ट्रेट परिसर में ध्वजारोहण किया। उसके बाद उपस्थित अधिकारियों एवं कर्मचारियों तथा अन्य गणमान्य नागरिकों के साथ राष्ट्रगान तथा भारतीय संविधान के संकल्प को भी दोहराया।
जिलाधिकारी ने अपने संबोधन में कहा कि गणतंत्र दिवस एक राष्ट्रीय पर्व है। उन्होंने कहा कि भारत के वीर सपूतों के त्याग व बलिदान ने अंग्रेजों की गुलामी से भारत को आजाद कराया, इसके बाद भारतीय संविधान की संरचना हुई और 26 जनवरी 1950 को इसे अंगीकृत किया गया। भारत गणराज्य बना। उन्होंने कहा कि संविधान में किसी भी प्रकार का भेदभाव नहीं किया गया। उन्होंने कहा कि हमारे देश के संविधान में सभी धर्म जाति के लोगों को एक समान अधिकार दिए गए। यही हमारे संविधान की सबसे बड़ी विशेषता है।
जिलाधिकारी ने कहा कि हमारे संविधान की सबसे बड़ी खुबसुरती विविधता में एकता है। उन्होंने कहा कि इससे हमारे लोकतंत्र सशक्त माना जाता है। उन्होंने कहा कि हमारे देश का संविधान पूरे विश्व के विभिन्न देशों से विशेषताएं लिया गया है, जिसके चलते यह विश्व का लिखित सबसे बड़ा संविधान है। उन्होंने कहा कि हमोर संविधान में सामाजिक, आर्थिक, न्याय के साथ-साथ धार्मिक स्वतंत्रता की बात की गई है। उन्होंने कहा कि इसी संविधान मूल्यों के तहत आज राजनीतिक, आर्थिक तकनीकी के विकास की महत्वपूर्ण शक्ति बन गया है। उन्होंने कहा आज भारत की बातें दुनिया के मंचों पर सुनी जाती है तथा भारत विश्व राजनीति में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। यह ताकत हमको भारतीय संविधान से मिलता है। जिलाधिकारी ने स्वतंत्रता संग्राम सेनानियों के परिजनों को शाल उढ़ाकर सम्मिनित किया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (प्रशासन) श्रीमती ऋतु पुनिया, अपर जिलाधिकारी नगर डा. आर.डी. पाण्डेय, अपर जिलाधिकारी (वित्त) श्री संतोष बहादुर सिंह, नगर मजिस्ट्रेट श्री राकेश कुमार पाण्डेय ने भी अपने-अपने विचार व्यक्त किए। इस अवसर पर कलेक्ट्रेट के अधिकारी, कर्मचारी तथा समाजसेवी आदि उपस्थित रहे।
बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट

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