जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक सम्पन्न
बरेली, 23 मार्च। जिलाधिकारी श्री शिवाकान्त द्विवेदी की अध्यक्षता में कल जिला पर्यावरण समिति व जिला गंगा समिति की बैठक कलेक्ट्रेट सभागार सम्पन्न हुई। जिला पर्यावरण समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने समस्त अधिशासी अधिकारी नगर निकाय व नगर निगम बरेली को निर्देश दिए कि एम0आर0एफ0 सेंटरों पर कूडे का सेग्रीगेशन प्रत्येक दशा में किया जाये तथा सेग्रीगेशन के पश्चात कूडे के डिकम्पोस्ट भी किया जाये। उन्होंने कहा कि डिकम्पोसर का क्रय कृषि विभाग से कर लिया जाये और कूडे के गढडे में कुछ बूंदे डाल दी जाये, जिससे कि कूडा डिकम्पोस हो जायेगा। उन्होंने कहा कि सेग्रीगेशन के पश्चात प्राप्त होने वाले प्लास्टिक व पॉलीथिन को बिक्री स्थानीय स्तर पर अथवा बिथरी चैनपुर विकास खण्ड के अन्तर्गत स्थापित प्लास्टिक रिसाइकलिंग प्लांट को दे दिया जाये और प्लास्टिक/पॉलीथिन कहीं भी कूडे में मिक्स न किया जाये। उन्होंने परियोजना निदेशक जिला ग्राम्य विकास अभिकरण को निर्देशित किया कि बिथरी चैनपुर में संचालित प्लॉस्टिक वेस्ट रिसाइकलर प्लांट की गाडी के माध्यम से समस्त निकायों के एम0आर0एफ0 सेंटरों से प्लास्टिक/पॉलीथिन क्रय कर ले और इसे रिसाइकल करें। उन्होंने निर्देश दिए कि प्लास्टिक के जब्तीकरण हेतु विशेष अभियान चलाकर दोषियों के विरूद्ध आवश्यक विधिक कार्यवाही अमल में लायी जाये।उन्होंने क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण बोर्ड को निर्देश दिए कि जनपद के हेल्थकेयर फैसिलिटी सेंटरों का समय-समय पर औचक निरीक्षण करें तथा जैव चिकित्सा अपशिष्ट का एकत्रीकरण व निस्तारण करने वाली एजेन्सी के चिन्हित स्थलों का भी औचक निरीक्षण कर लिया जाये। निस्तारण सही प्रकार किया जा रहा है अथवा नहीं। इसके अतिरिक्त जिला अस्पताल महिला व पुरूष का भी निरीक्षण कर लें कि कहीं भी वायो मेडिकल वेस्ट पडा हुआ न हो। वायो मेडिकल वेस्ट के सम्बन्ध में पृथक से एक बैठक करा ली जाये। उन्होंने बी0डी0ए0 को निर्देश दिए कि अवैध निर्माण के ध्वस्तीकरण के दौरान जो धूल उडती है उसे रोकने के उपाय किये जाये तथा ध्वस्तीकरण के पश्चात जो मबला उत्पन्न होता है उसे पुर्नचक्रित किया जाये। उन्होंने कहा कि समस्त नगर निकायों में स्थित तालाबों में वायोरमिडेशन कराया जाये तथा तालाबों के किनारे-2 पौधारोपण किया जाये। उन्होंने कहा कि समस्त नगर निकाय अपने-अपने क्षेत्र में ऐसे नाले/ ड्रेंस का चिन्हिकरण कर ले कि प्रत्यक्ष अथवा अप्रत्यक्ष रूप से रामगंगा नदी में गिरते हों। उन्होंने नगर निगम व जल निगम विभाग को निर्देश दिए कि एस0टी0पी0 का निर्माण शीघ्र पूर्ण करा कर संचालित किया जाये।
जिला गंगा समिति की बैठक में जिलाधिकारी ने निर्देश दिए कि जिला गंगा प्लान शीघ्र तैयार कर प्रस्तुत कर दिया जाये। उन्होंने कहा कि रामगंगा नदी के किनारे 02 किमी0 की परिधि के गॉवों की सूची तैयार कर उनमें तालाबों को खुदवाकर उनके चारों ओर मनरेगा से पौधारोपण करा दिया जाये। उन्होंने कहा कि रामगंगा नदी के 1 से 2 किमी0 की परिधि में आने वालो गॉवों में किसानों को अधिक से अधिक सरकारी योजनाओं का लाभ दिया जाये। उन्होंने रामगंगा नदी के किनारे घाटों के अनुरक्षण हेतु भी बाढ खण्ड प्रभावी आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित करें और यदि जिलाधिकारी के स्तर से किसी को पत्र जारी किया जाना हो तो तद्नुसार कार्यवाही सुनिश्चित करा लें। उन्होंने जिला कृषि अधिकारी को निर्देश दिए कि रामगंगा नदी के किनारें स्थित ग्रामों में ऑर्गेनिक खेती को प्रोत्साहित किया जाये। उन्होंने कहा कि बाढ खण्ड रामगंगा नदी के किनारे गॉवों के किसानों को ड्रॉप इरीगेशन के सम्बन्ध में जागरूक करें।
बैठक में उप प्रभागीय वनाधिकारी, अपर जिलाधिकारी प्रशासन, पी0डी0 डी0आर0डी0ए0, उप जिला कृषि अधिकारी, अधिशासी अभियंता बाढ खण्ड व प्रांतीय खण्ड लो0नि0वि0, जिला पंचायत राज अधिकारी, जिला उद्यान अधिकारी, जिला पूर्ति अधिकारी, उपायुक्त श्रम एवं रोजगार, क्षेत्रीय अधिकारी उ0प्र0 प्रदूषण बोर्ड, व नगर पालिका/पंचायत के अधिशासी अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी उपस्थित रहे।
बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट