तीन तलाक के मुद्दे पर स्वार्थ की राजनीति कर रही केन्द्र सरकार: मायावती
लखनऊ ब्यूरो। बहुजन समाज पार्टी (बसपा) की राष्ट्रीय अध्यक्ष मायावती ने केन्द्र सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि केन्द्र सरकार द्वारा ‘तीन तलाक’ पर अध्यादेश लाकर इसे अपराध घोषित करना, इस प्रकार के संवेदनशील मुद्दों पर भी स्वार्थ की राजनीति करना है। ऐसे करके सरकार अब चुनाव के समय लोगों का ध्यान अपनी कमियों व विफलताओं पर से हटाना चाहती है।
मायावती ने कहा कि यदि ऐसा नहीं होता तो इस संबंध में कानून बनाने से पहले इस पर समुचित विचार-विमर्श के लिए इस विधेयक को संसदीय समिति के पास भेजने की मांग केन्द्र सरकार ने जरूर मान ली होती। उन्होंने कहा कि वैसे भी लोगों की राय में नोटबन्दी व जीएसटी आदि की तरह तीन तलाक के मामले में भी केन्द्र सरकार के अपरिपक्व व काफी अडिय़ल रवैये से पीडि़त मुस्लिम महिलाओं की समस्यायें पूरे तौर से एवं आसानी से हल होने वाली नहीं हैं।
वहीं राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के संवाद कार्यक्रम पर मायावती ने कहा कि यह राजनीति से प्रेरित था। ताकि चुनावों के समय भाजपा की केंद्र व राज्य सरकारों की घोर कमियों व विफलताओं के साथ ही गरीबी, महंगाई, बेरोजगारी, भ्रष्टाचार से लोगों का ध्यान हटाया जा सके। बसपा सुप्रीमो ने कहा कि जनाक्रोश से आरएसएस का चिंतित होना स्वाभाविक भी है क्योंकि धन्नासेठों की तरह इन्होंने भी भाजपा की जीत के लिए सब कुछ दांव पर लगा दिया था। अब भाजपा सरकार की कमियों व विफलताओं से जनाक्रोश का सामना करना पड़ रहा है।