दीपावली से पहले किसानों को मिलेगी गन्ना भुगतान की सौगात :गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी

बरेली: दीपावली से पहले प्रदेश के गन्ना किसानों को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार सौगात देने जा रही है। उनके बकाये का 25 फीसदी दीपावली तक भुगतान कर दिया जायेगा। इसके बाद 30 अक्टूबर तक प्रदेश के सभी गन्ना किसानों को करीब 4.5 हजार करोड़ के बकाये का भुगतान किया जायेगा। वहीं अगले माह तक प्रदेश की सभी चीनी मिलों को चलाने की तैयारी भी शुरू कर दी गई है। योगी सरकार के मंत्री चौधरी लक्ष्मी नारायण सिंह ने बताया कि 5 साल में उत्तर प्रदेश में 28% गन्ने का रकबा बढ़ गया है। प्रदेश सरकार 99.2 प्रतिशत गन्ने का भुगतान अब तक कर चुकी है। बकाया भुगतान को 30 अक्टूबर तक करने की तैयारी चल रही है।

प्रदेश के गन्ना मंत्री लक्ष्मी नारायण चौधरी ने बताया कि सपा और बसपा की सरकारों में प्रदेश की चीनी मिलों की हालत खराब थी। 11 चीनी मिलों को बंद करवा दिया गया था। जबकि 19 चीनी मिलों को बसपा सरकार में बेच दिया गया था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार आने के बाद प्रदेश के गन्ना किसान खुशहाल हुए हैं। नई चीनी मिलें लग रही हैं। गन्ने का रकबा बढ़ रहा है और किसानों के गन्ने का बकाया भुगतान किया जा रहा है।

प्रदेश में बाढ़ से जहां नुकसान हुए हैं। बाढ़ पीड़ितों के घर और मकान ढह गये हैं। पूरे प्रदेश भर में उनका सर्वे किया जा रहा है। सर्वे के बाद बाढ़ पीड़ित लोगों को मकान दिए जाएंगे। सभी बाढ़ पीड़ितों को उनके रहने और खाने पीने व जरूरी चीजों की व्यवस्था कराई जा रही है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के द्वारा गन्ना किसानों को मिलने वाली सहूलियत और सुविधाओं को देखते हुए प्रदेश में गन्ना किसान लगातार खुशहाली की ओर बढ़ रहे हैं। यही वजह है कि देश भर में गन्ने के उत्पादन का 40 फ़ीसदी अकेले उत्तर प्रदेश में होता है। उत्तर प्रदेश देशभर को 40 फ़ीसदी चीनी मुहैया कराता है। योगी सरकार के मंत्री ने बताया कि किसानों की फसल को जहां भी बाढ़ से नुकसान हुआ है। फसल बीमा योजना के तहत उसका लाभ दिलाया जायेगा।

बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
-------------------------------------------------------------------------------------------- --------------------------------------------------------------------------------------------------------------------
E-Paper