नहीं थे चालान भरने के पैसे बेटे का गुल्लक ले आया रिक्शा चालक, उदार इंस्पेक्टर ने खुद भरा चालान
आम समाज की नज़र से पुलिस की छवि को अगर देखा जाए तो उसमें से ज्यादातर भ्रष्टाचारी और रिश्वतखोर ही निकल के आएंगे। फिल्मों में भी पुलिस को अक्सर भ्रष्टाचारियों का साथ देते हुए या रिश्वतखोरी करते हुए दिखाया जाता है। असल में कुछ पुलिस वाले ऐसे भी हैं जो पुलिस की छवि को दागदार बनाते हैं। मगर उनमें से कुछ ऐसे भी हैं जो जनता की नज़रों में पुलिस की छवि सुधारने की कोशिश कर रहे हैं। उनमें से ही एक हैं नागपुर के सीनियर ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर अजय मालवीय। उन्होंने एक रिक्शा वाले का चालान भरकर पुलिस का एक नया चेहरा जनता के सामने रखने की कोशिश की है।
क्या है मामला-: यह घटना पिछले 8 अगस्त की है। दरअसल अजय मालवीय नागपुर के सीताबर्डी इलाके में बतौर सीनियर ट्रैफिक पुलिस इंस्पेक्टर तैनात थे। उन्होंने औचक गाड़ियों की जांच की और एक रिक्शेवाले का चालान कर दिया। रिक्शेवाले को पकड़कर थाने ले जाया गया और उसी से वर्तमान और पुराने बाकी चालान भरने को कहा गया।
बेटे का गुल्लक ले आया रिक्शा चालक-: रिक्शा चालक रोहित खडसे के पास इतने पैसे नहीं थे कि वह अपना चालान भर सकें। इसलिए उन्होंने रात भर की मोहलत मांगी और सुबह होने पर अपने बेटे का गुल्लक लेकर अपनी गाड़ी छुड़ाने पहुंचे। उन्होंने इंस्पेक्टर अजय मालवीय के सामने गुल्लक रखते हुए कहा कि साहब मेरे पास इतने पैसे नहीं है कि मैं चालान भर सकूं इसलिए मैं अपने बेटे का गुल्लक ले आया हूं।
इंस्पेक्टर ने खुद भरे चालान के पैसे-: रिक्शा चालक रोहित खडसे की यह हालत देखकर अजय मालवीय द्रवित हो गए। उन्होंने वह गुल्लक वापस कर दिया और अपनी जेब से चालान के पूरे ₹5000 भर दिए और रिक्शा वाले को रिहा कर दिया। अब इनके काम को सोशल मीडिया पर लोग काफी सराह रहे हैं।









