महिलाओं के सम्मान ने वर्तिका सिंह मैदान ने
लखनऊ: अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज वर्तिका सिंह के साथ लखनऊ में पीजीआई के डाक्टर द्वारा शराब के नशे में की गई अभद्रता के मामले में सीएम से शिकायत के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई। आरोपी के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के बाद पुलिस उल्टे वर्तिका पर ही दबाव बनाती रही। महिलाओं के ऊपर हो रहे अत्याचारों के खिलाफ वर्तिका सिंह ने सोमवार को हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा के सामने धरना दिया।
आपको बता दें कि जिले के संड़वा चंद्रिका विकास खंड के रायचंद्रपुर गांव निवासी वर्तिका सिंह अंतर्राष्ट्रीय निशानेबाज हैं। वह प्री नेशनल और यूपी स्टेट में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं। वह इंद्रप्रस्थ कॉलेज फार वीमेन की छात्रसंघ अध्यक्ष भी रह चुकी हैं। दिल्ली में उनकी सीआरपीएफ में ट्रेनर के रूप में तैनाती है।
इन दिनों वह छुट्टी लेकर दिल्ली विश्वविद्यालय से ही पीएचडी कर रही हैं। बीते 29 अप्रैल को वह लखनऊ में अपने भाई के पास आई थीं। शाम को करीब साढ़े पांच बजे भाई के साथ बाइक से जा रही थीं। इस दौरान पीजीआई के डाक्टर पीयूष गुप्ता ने उनकी गाड़ी में टक्कर मार दी। विरोध जताने पर उनके साथ गालीगलौज और अभद्रता की।
वर्तिका का आरोप है कि डाक्टर ने शराब पी रखी थी, लेकिन जब उसका मेडिकल हुआ तो डाक्टरों ने खेल कर दिया। मेडिकल रिपोर्ट में शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई, जबकि उसकी गाड़ी में शराब की बोतलें रखी थीं। थाने में पुलिस के सामने भी डॉक्टर ने शराब पीने की बात स्वीकारी। इस मामले में एफआईआर तो दर्ज कर ली गई, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई।









