मेरठ में बालिग भाइयाें व बहन की शादी रुकवाई, जाने पूरा मामला

मुंडाली/सरूरपुर। सरूरपुर थाना क्षेत्र के गांव देवली खेड़ा उर्फ जैनपुर से मुंडाली में दो सगे भाइयों की बरात पहुंची। बाल संरक्षण विभाग की टीम ने पहुंचकर दोनों दूल्हों के उम्र संबंधी दस्तावेज परिजनों से मांगे। जिन्हें स्वजन नहीं दिखा सके। मुंडाली थाना पुलिस की मदद से शादी रुकवा दी गई। वहीं, इनकी बहन बरात सोमवार को आनी थी। उसकी भी नाबालिग होने के कारण शादी रोक दी गई।

ग्रामीणों ने फोन पर जनहित फाउंडेशन-चाइल्ड लाइन को सूचना दी कि थाना सरूरपुर क्षेत्र के गांव जैनपुर निवासी एक पिता द्वारा अपने तीन नाबालिग बच्चों की शादी की जा रही है। उसके दो बेटों की शादी मुंडाली निवासी दो युवतियों के साथ तय हुई थी। रविवार को जैनपुर से दोनों भाइयों की बरात मुंडाली पहुंची। वहीं, दूल्हे नाबालिग होने की सूचना पर बाल संरक्षण अधिकारी भी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और दोनों दूल्हों की उम्र संबंधित दस्तावेज मांगे, जिसे दूल्हों के स्वजन नहीं दिखा सके। बाल संरक्षण अधिकारी ने दोनों युवकों को नाबालिग बताते हुए बालिग होने तक उनकी शादी नहीं करने की हिदायत देते हुए शादी रुकवा दी। थाना प्रभारी विरेंद्र सिंह बिसारे ने कहा कि नाबालिग युवकों की शादी की सूचना पर बाल संरक्षण अधिकारी एवं पुलिस टीम मौके पर पहुंची थी। स्वजन उम्र संबंधी दस्तावेज नहीं दिखा पाए। बालिग होने तक शादी नहीं करने की हिदायत देकर शादी रुकवा दी गई है।

जनहित फाउंडेशन की निदेशक अनीता राणा ने बताया कि लड़कों की उम्र 17 से 18 वर्ष है, पांच अप्रैल को होने वाली बालिका की आयु 16 वर्ष का बाल विवाह किया जाना था। फाउंडेशन की टीम से मनमोहन, शबनम और जिला बाल संरक्षण इकाई से दीपिका भटनागर सूचना पाकर थाना सरूरपुर गए। संयुक्त टीम के साथ बच्चों के गांव गए और बाल विवाह रुकवाया।

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