यूपी में संक्रामक रोगों के खिलाफ शुरू होगा अभियान
लखनऊ । उत्तर प्रदेश सरकार 1 अक्टूबर से संक्रामक रोगों के खिलाफ राज्यव्यापी अभियान शुरू करेगी जो एक महीने तक चलेगा। सरकार के एक प्रवक्ता ने कहा कि इंसेफेलाइटिस और वेक्टर जनित रोग रोकथाम कार्यक्रम 11 विभागों द्वारा चलाया जाएगा।
चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग, शहरी विकास, पंचायती राज एवं ग्रामीण विकास, शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा विभाग, कृषि एवं सिंचाई, पशुपालन, नि:शक्तजन अधिकारिता विभाग, उद्यानिकी एवं सूचना विभाग को कार्य योजना तैयार करने के निर्देश जारी किए गए हैं।
साथ ही दस्तक अभियान 7 अक्टूबर से 21 अक्टूबर के बीच चलाया जाएगा।
अभियान के तहत, आशा और आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं सहित कार्यकर्ता घर-घर जाकर टीबी, फ्लू, बुखार, कुपोषण और अन्य इन्फ्लूएंजा जैसी बीमारियों से पीड़ित लोगों की पहचान करेंगे।
राज्य स्तर पर प्रत्येक विभाग से नोडल अधिकारी चुने जाएंगे।
प्रेस वक्तव्य ने कहा, कार्यक्रम का एक प्रमुख फोकस वेक्टर नियंत्रण, स्वच्छता, कचरा निपटान, जल-जमाव को रोकने और स्वच्छ पेयजल की उपलब्धता के बारे में जागरूकता बढ़ाना है।
अभियान के तहत डायरिया के गंभीर मामलों को ध्यान में रखते हुए पानी को शुद्ध करने के लिए घर-घर जिंक टैबलेट, ओआरएस पैकेट और क्लोरीन टैबलेट का वितरण किया जाएगा।
वेक्टर जनित रोगों के बारे में जागरूकता बढ़ाने के लिए, शिक्षा विभाग पोस्टर, चर्चा और प्रश्नोत्तरी प्रतियोगिता की मेजबानी करेगा, जबकि विकलांग व्यक्तियों के अधिकारिता विभाग एक सर्वेक्षण करेगा।
योजना के चार वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में 23 सितंबर को 15 सितंबर से आयुष्मान पखवाड़ा मनाया जाएगा।
पखवाड़े भर चलने वाले इस अभियान का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि सभी पात्र लोगों को उनके आयुष्मान कार्ड मिलें।
राज्य के मुख्य सचिव दुर्गा शंकर मिश्रा ने कहा कि गांवों में शिविर लगाए जाएंगे और शिविरों की जानकारी आशा और आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं द्वारा पात्र परिवारों के साथ साझा की जाएगी।