रूहेलखंड विश्वविद्यालय मे विधि विभाग के शोधार्थियों का पीएचडी प्री सबमिशन प्रजेंटेशन संपन्न

बरेली , 29 अप्रैल ।महात्मा ज्योतिबा फुले रुहेलखंड विश्वविद्यालय,बरेली के विधि विभाग में डॉक्टर अमित सिंह (विभागाध्यक्ष और डीन)के निर्देशन में 2018 बैच के 06 शोधार्धियो का पीएचडी प्री सबमिशन का प्रेजेंटेशन कल संपन्न हुआ। इस अवसर पर प्रोफ़ेसर अजय कुमार सिंह विधि विभाग, के जी के कॉलेज, मुरादाबाद तथा प्रोफ़ेसर गुरमीत सिंह विधि विभाग, के जी के कॉलेज, मुरादाबाद की गरिमामयी उपस्थिति रही जिन्होंने शोधार्धियों का ना केवल प्रोत्साहन किया बल्कि सभी के शोध विषयों पर महत्पूर्ण आवश्यक सुझाव भी दिए।

सर्वप्रथम शोधकर्ता मोहम्मद तारिक खान ने प्रो० हरबंश दीक्षित(पूर्व डीन,एमजेपी बरेली) के निर्देशन में अपने शोध विषय “A study of product liability vis-a-vis pharmaceutical laws in India” पर प्रेजेंटेशन दी। डॉ अमित सिंह ने इस संबंध में शोधार्थी तारिक को किस प्रकार उपभोगता के संबंधित विधियों को किस प्रकार प्रभावी रूप में लागू करे इसके संबंध में उपयोगी सुझाव दिए।

इसके पश्चात शोधकर्ता कमल किशोर ने प्रोफ़ेसर अजय कुमार सिंह के निर्देशन में अपने शोध विषय “सामाजिक और शैक्षणिक रूप से पिछड़े वर्ग के मानव अधिकारों के संरक्षण के लिए राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश की भूमिका एक सामाजिक विधिक अध्ययन” पर प्रेजेंटेशन दी। प्रोफ़ेसर गुरमीत सिंह ने शोधार्थी से प्रश्न किया कि मानवाधिकारों के संरक्षण के संबंध में अंतराष्ट्रीय विकास किस प्रकार हुआ हैं तथा उन्होंने इस संबंध में उन्हें उपयोगी वैश्विक उपबंध भी बताए।

इसके बाद शोधकर्ता अक्लाश कुमार ने प्रो० हरबंश दीक्षित(पूर्व डीन,एमजेपी बरेली) के निर्देशन में अपने शोध विषय “Harrasment of men under protective laws for women in India: A legal study” पर प्रेजेंटेशन दी। डॉ अमित सिंह ने शोधार्थी को पुरुषों का उत्पीड़न से संबंधित प्रावधानों तथा महिलाएं को अधिकारों के मध्य किस प्रकार समायोजन किया जाए इस बारे में महत्वपूर्ण जानकारी दी ।

प्रेजेंटेशन के क्रम में इसके बाद उर्मिला देवी ने डॉक्टर अमित सिंह (विभागाध्यक्ष और डीन एमजेपी रोहिलखंड विश्वविद्यालय) के निर्देशन में अपने शोध विषय ” Legal status of women’s under Live-in-relatioship in USA ,UK and India: A comparative analysis” पर प्रेजेंटेशन दी।
महिलाओं को सहजीवन में होने पर किस प्रकार से संपत्ति अधिकार दिए जाए इस विषय में विस्तृत चर्चा हुई।

शोधकर्ता अन्नू शर्मा ने अपना शोध कार्य मनी लांड्रिंग,आर्थिक अपराध एवं आतंक गतिविधियों विषय पर पूर्ण किया। शोध में मनी लांड्रिंग से किस प्रकार आतंक गतिविधियों को बढ़ावा मिलता है इस पर विस्तृत जानकारी एवं आवश्यक सुझाव दिए गए हैं। उपरोक्त शोध कार्य डॉक्टर अमित सिंह विभागाध्यक्ष विधि के मार्गदर्शन में पूर्ण किया गया है।

शोधकर्ता प्रमोद गंगवार ने अपना शोध कार्य सूचना के अधिकार में प्रथम अपीलीय अधिकारी एवं राज्य सूचना आयोग के विषय में पूर्ण किया हैं।इनके गाइड प्रोफ़ेसर डी. के. सिंह है। सभी शोधकर्ता के शोध कार्य को मूल्यांकन हेतु भेजा जा रहा हैं।

बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट

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