लड़की ने पीठ पर लिखवाया कुछ ऐसा, पलट-पलट कर देखते ही रह गए लोग !
भारत के सभी राज्यों की कोई ना कोई खास परंपरा या त्यौहार जरूर होता है जिसे पूरे राज्य के लोग बड़े ही धूम-धाम से मनाते हैं. ठीक इसी तरह बनारस में पंचकोसी परिक्रमा अंतरराष्ट्रीय परंपरा है. शिवनगरी की इस खास परंपरा, इतिहास व महात्म्य से रूबरू कराया जाता है. इसमें चीन, नेपाल और बांग्लादेश के साथ ही भारत पर्यटन और उत्तर प्रदेश, बंगाल, झारखंड, गुजरात, तेलंगाना, बोडोलैंड के पर्यटन अधिकारी अपने-अपने क्षेत्रों के भ्रमण लायक स्थलों और उनकी खूबियों के बारे में बताते हैं. सभी देशों व प्रांतों के हस्त शिल्प व संस्कृतियों का प्रदर्शन कर भी लोगों को आकर्षित करते हैं. इस बार इस इस परंपरा में कॉलेज की छात्राओं कुछ ऐसे रूप में दिखी जिसके तो लोग उन पर नजरें ही नहीं हटा पाए.
दरअसल यूपी के वाराणसी में स्थित बीएचयू भी शामिल है जहां के आईआईटी विभाग इसी परंपरा की तरह अपनी संस्कृति को दर्शाने के लिए हर साल कल्चर इवेंट की शुरूआत करते हैं, जिसका नाम है ‘काशी यात्रा’. इस इवेंट के शुरूआत होने से कैम्पस में स्टूडेंट्स पर अलग ही रंग छा जाता है वहीं कई अलग अलग कॉलेजों से नये-नये स्टूडेंट्स इसमें भाग लेते हैं जब एक लड़की की पीठ पर महादेव देखा लिखा देखा गया तो लोगों ने उससे इसका कारण ही पूछ लिया.
इस कार्यक्रम में सनबीम कॉलेज से बीकॉम की छात्राएं आई थी जिनमें सृष्टि आकर्षण का केंद्र बन गई. सृष्टि ने इस प्रोग्राम में अपने पीठ पर महादेव नाम से टैटू ही बनवा लिया था. जिसके बाद हर तरफ उनके चर्चे होने लगे थें. जब लोगों ने सृष्टि से इसके बारे में पूछा तो उन्होंने बताया कि ”मैं काशी को रिप्रेजेंट कर रही हूं और ये नगरी महादेव की है। हर कोई उनको आत्मसात करता है, इसलिए पीठ पर महादेव लिखवाया है। शिव को अर्धनारीश्वर भी कहते हैं इसलिये माथे पर त्रिपुण्ड भी उनके जैसा ही लगाया है.
दृष्टि की तरह कई और लड़कियों ने अलग-अलग तरह से अपने आपको रिप्रेजेंट किया था जिसकी चर्चा पूरे इलाके में खूब हुई. इतना ही नहीं एक 10 वीं की छात्रा ने अपने कपड़ों पर राम-राम लिखवाया था. जब उससे कारण पूछा तो उसने बताया कि बनारस के लकड़ी के खिलौने भारत में मशहूर हैं पर अब ये कला खत्म हो रहा है इसलिये लहंगे पर ही राम नाम लिखवाया है, क्योंकि काशी धार्मिक नगरी है.

