शिक्षक खुशी के लिए करे काम तो बदल जाएगी स्कूलों की सूरत

बस्ती। एडूलीडर्स यूपी द्वारा नवीन शैक्षिक सत्र 2022-23 में स्कूल चलो अभियान 2022 के अन्तर्गत परिषदीय विद्यालयों में नवीन नामांकन, ठहराव व लर्निंग आउटकम में वृद्धि किये जाने के लिए एक राज्यस्तरीय ऑनलाइन कार्यक्रम “आओ स्कूल चले हम” का आयोजन किया। कार्यक्रम को पूरे प्रदेश से 50 हजार से अधिक शिक्षकों ने यूट्यूब के माध्यम से ऑनलाइन देखा।

कार्यक्रम में उत्तर प्रदेश के बेसिक शिक्षा निदेशक डॉ सर्वेन्द्र विक्रम बहादुर सिंह ने कहा कि शिक्षक यदि यह सोचे कि वह किसी काम को अच्छे तरह से क्यों करता है तो निश्चित ही हर स्कूल चमकने लगेगा। उन्होंने शिक्षको का आह्वान किया कि जिस तरह बड़ी संख्या में शिक्षको ने अपने मेहनत से लगाकर नामांकन को बढ़ाया है, इस वर्ष भी वह स्कूलों में रिकार्ड नामांकन बढ़ाकर बच्चो को गुवत्तापरक शिक्षा देंगे और राज्य को शिक्षा के क्षेत्र में अग्रणी स्थान दिलाएंगे। उन्होंने एडूलीडर्स के प्रयासों की प्रशंसा करते हुए पूरे कार्यक्रम का विश्लेषण किया और कहा कि आज बड़ी संख्या में शिक्षक अपने क्षेत्र में अनेक प्रकार के नवाचार का प्रयोग करते हुए प्राथमिक शिक्षा में नवीन आयाम स्थापित कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि हमें किसी की नकल नहीं करनी पर यह अवश्य सोचना चाहिए कि कोई शिक्षक अच्छा कार्य क्यों कर रहा है। जब हम इसका उत्तर स्वयं प्राप्त कर लेंगे तो हम अच्छी तरह से कार्य करते हुए प्राथमिक शिक्षा में एक नवीन मानदण्ड स्थापित कर पाने में समर्थ होगे।

राज्य की साक्षरता निदेशक एवं अपर शिक्षा निदेशक (बेसिक) सुश्री ललिता प्रदीप ने कहा कि एक विद्यालय को केवल और केवल एक शिक्षक ही अच्छा बना सकता है, बाकी दूसरे संसाधन उतने महत्वपूर्ण नही हैं जितने शिक्षक की भूमिका है। यदि शिक्षक अपने विद्यालय को अच्छा बनाने को चाह ले तो कोई बाधा उसे रोक नहीं सकती। उन्होंने कहा कि निजी विद्यालयों व सरकारी स्कूलों की तुलना ठीक नहीं है।

सहायक शिक्षा निदेशक अब्दुल मुबीन ने कहा कि वर्तमान में ज़ब देश आज़ादी का अमृत महोत्सव मना रहा है तो शिक्षको को अपने स्कूलों में कम से कम 10 प्रतिशत नामांकन अवश्य बढ़ाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हमारा लक्ष्य सिर्फ नामांकन बढ़ाना ही नहीं अपितु प्रत्येक बच्चे को विद्यालय में लाना एवं शैक्षिक सम्प्राप्ति दिलाना होना चाहिये । वरिष्ठ समाजसेविका अपर्णा ने कहा शिक्षक के अच्छे कार्य केवल विद्यालय के प्रांगण तक ही सीमित नही होना चाहिए बल्कि इसकी जानकारी समाज को होनी चाहिये । कार्यक्रम में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी बस्ती जगदीश शुक्ल ने सभी वरिष्ठ अधिकारियों का स्वागत किया। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी जौनपुर पटेल ने शिक्षकों को नामांकन बढ़ाने के गुर सिखाए।

कार्यक्रम आयोजक जनपद बस्ती के राष्ट्रपति पदक प्राप्त शिक्षक तथा एडूलीडर्स के संस्थापक डॉ सर्वेष्ट मिश्र ने कहा कि किस तरह प्रदेश के विभिन्न जनपदों में हजारों ऐसे सरकारी विद्यालय हैं जहां पर उनके शिक्षकों के प्रयास से निजी स्कूलों में ताले लग गए हैं और उनकी छात्र संख्या 1000 से ज्यादा है। उन्होंने एडूलीडर्स यूपी के प्रयासों की जानकारी देते हुए कहा कि इससे जुड़े शिक्षक विभिन्न नवाचारों और गतिविधियों का प्रयोग करते हुए गुणवत्ता परक शिक्षा देने का काम कर रहे हैं और दूसरे शिक्षकों को बेहतर करने के लिए मार्गदर्शन कर रहे हैं।

कार्यक्रम का संचालन सदक ए हुसैन ने किया। कार्यक्रम में डायट आजमगढ़ आशुतोष श्रीवास्तव, कानपुर के एसआरजी राजेश यादव, कानपुर के शिक्षक शेखर यादव, बस्ती के शिक्षक बृजेश गुप्ता जौनपुर की शिक्षिका शिप्रा सिंह सहित विभिन्न शिक्षकों ने अपना योगदान दिया।

इन शिक्षकों ने दिया प्रस्तुतीकरण

कार्यक्रम में अलग-अलग जनपदों से नामांकन वृद्धि व गुणवत्तापूर्ण शिक्षा देने में रोल माडल बनकर उभरे शिक्षकों द्वारा अपने अनुभवों को साझा किया गया। जिसमें धन्नू चौहान, महाराजगंज, धर्मेंद्र चौधरी गोरखपुर, श्री राजेश यादव आजमगढ़, नीलम गुप्ता
गौतमबुद्ध नगर, सुधीर राणा, बिजनौर, मनीष वर्मा
गोंडा, शिल्पी शर्मा अलीगढ़, प्रतिज्ञा त्रिवेदी महोबा, मीरा शर्मा मुजफ्फरनगर, महिमा सक्सेना, लखनऊ, सुनील त्रिपाठी कुशीनगर, अभय कुमार पाठक
गोरखपुर, मोहम्मद फरहीम, प्रतापगढ़ तथा राधेश्याम चौरसिया जौनपुर शामिल रहे।

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