सूचना एवं प्रौद्योगिकी की अधिनूतन क्रान्ति में रोहिलखंड विश्वविद्यालय की महती जिम्मेदारी है कि वे ऐसा शिक्षण अधिगम वातावरण तैयार करें जो भविष्य के विधार्थियो की शैक्षणिक एवं व्यावसायिक आवश्यकता की पूर्ति कर सकें.: प्रोफ़ेसर के. पी.सिंह, कुलपति रोहिलखंड विश्वविद्यालय बरेली

बरेली , 24 मई । रोहिलखंड विश्वविद्यालय के समिति कक्ष में कल माननीय कुलपति प्रोफ़ेसर के. पी सिंह की अध्यक्षता में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया जिसमे रोहिलखंड विश्वविद्यालय, की राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय रैंकिंग एवं विजन डॉक्यूमेंट, 2034 के विषय में विस्तार से पत्रकार साथियों से वार्ता हुईं। इस बैठक में विश्वविद्यालय की आई डी पी रैंकिंग टीम समन्वयक डॉ. क्षमा पांडे, डा. इरम नईम एवं डॉ नीरज कुमार, मीडिया प्रभारी डा.अमित सिंह, आर आई एफ समन्वयक डॉ यतेंद्र कुमार उपस्थित रहे ।
माननीय कुलपति जी ने लखनऊ ट्रिब्यून से वार्ता में बताया कि चुनौती को दृष्टिगत‌ करते हुए रोहिलखंड विश्वविद्यालय की आई. डी. पी. रैंकिंग सेल ने विजन – 2034 को तैयार किया है। इस विजन में निकटवर्ती आवश्यकताओं के साथ दूरगामी आवश्यकताओं को ध्यान में रखतें हुए एक संस्थागत योजना का विकास किया है। इसके लिए ऑनलाइन डाक्यूमेंट को तैयार करके एवं ऑफ लाईन फीडबैक प्राप्त किये गये। जैसे- अकादमिक प्रतिष्ठा शोध साइटेशन, अन्तर्राष्ट्रीय शिक्षक आदि जो विश्वविद्यालय की रैंकिंग को बेहतर करती है। इस विजन में समयबद्ध रणनीति का भी सुझाव दिया गया है, जिसे क्रमश: 5-5 वर्षो की अवधि में विभाजित किया गया है ।

विजन डॉक्यूमेंट के उद्देश्यवार विवरण इस प्रकार है –

1..विश्वविद्यालय की शैक्षणिक गुणवत्ता में वृद्धि करना – जिसमें प्रथम वर्ष में नामांकन हेतु वृद्धि हेतु नियोजित योजना तथा तथा 2027-28 तक नामांकन में 50% वृद्धि तथा 2034 तक शत प्रतिशत नामांकन लक्ष्य को हासिल करना शामिल है।

2… अंतरराष्ट्रीय विश्वविद्यालयो की भाति समग्र एवं मल्टी डिसिप्लनरी शिक्षा के लक्ष्य को 2025 तक पूर्ण रूप से लागू करना है।

3…एकैडमिक बैंक ऑफ क्रेडिट को वर्ष 2027-28 तक पूर्णरूपेण व्यवहार में लागू करना शामिल करना रोहिलखंड विश्वविद्यालय का लक्ष्य है ।

4…शोध उत्कृष्टता हेतु विश्वविद्यालय की वर्तमान रिसर्च मैनेजमेंट प्रणाली का सुदृढीकरण करके साइटेंशन एवं पब्लिकेशन के साथ शोध परियोजना में अभिवृद्धि शामिल है जिसके लक्ष्य को 2027 तक प्राप्त करना है।

5… आई सी टी टूल्स युक्त शिक्षण अधिगम हेतु 2034 तक इमर्सिव लर्निंग को आरंभ करना शामिल है।

6.. ब्रांड आडेन्टिटी हेतु E- Portfolio & E- mentorship को 2025 में लागू करने का प्रस्ताव है।

7…आय के स्रोत हेतु को कॉपरेटिव बेटवर्किंग स्वयं इंडस्ट्री रिलेशनशिप में वृद्धि करने का लक्ष्य 2023-24 से ही निर्धारित है।

8… एलुमिनी सहयोग, नेटवर्किंग एवं प्लेसमेट में उनकी भागीदारी को बढ़ाने का प्रस्ताव वर्षवार प्रत्येक वर्ष 10% प्रतिशत निर्धारित किया गया।

9…अन्तर्राष्ट्रीयकरण हेतु प्रत्येक बर्ष 5 देशों के साथ शैक्षणिक साझेदारी के विभिन्न प्रस्ताव पटल पर हस्ताक्षर के करते अपने विश्वविद्यालय को वैश्विक पर पहचान बनानी है । बरेली से ए सी सक्सेना की रिपोर्ट ।

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