सोनभद्र में बेहतर मानसून की उम्मीद में 594 हेक्टेयर बढ़ाया गया धान की बुआई का क्षेत्रफल

 


सोनभद्र, बेहतर मानसून की उम्मीद में इस बार खरीफ की मुख्य फसल धान की बोआई के क्षेत्रफल में बढ़ोतरी करके इसके आच्छादन का लक्ष्य 32123 हजार हेक्टेयर तय किया गया है।जो पिछले वर्ष की तुलना में 594 हेक्टेयर अधिक है। पिछले वर्ष 31529 हजार हेक्टेयर में धान के खेती का लक्ष्य था।
वर्षा पर निर्भर इस जिले में तकरीबन सभी क्षेत्रों में खेती परंपरागत रूप में होती है। कृषि विभाग की तरफ से अन्नदाताओं को राजकीय गोदामों से बीज उपलब्ध कराया जा रहा है।
खरीफ में मुख्य रूप से जिले में 80 फीसद धान की खेती होती है। इस बार खरीफ की फसलों को और आच्छादित करने की मंशा से खरीफ के फसलों का क्षेत्रफल बढ़ाया गया है। कुल खरीफ की फसल लक्ष्य में 32123 हेक्टेयर में धान की फसल का लक्ष्य लिया गया है। शेष में मक्का, ज्वार, बाजरा,अन्य मोटा अनाज, मूंगफली, अरहर, उर्द व तिल है। पिछले खरीफ सीजन में 86800 हेक्टेयर लक्ष्य रखा गया था। लेकिन पिछले वर्ष अच्छी बारिश नहीं होने के चलते किसानों द्वारा धान की रोपाई नहीं की जा सकी थी।
काफी देर से बारिश होने के बाद जिन किसानों ने रोपाई किया भी था उनको अच्छी पैदावार नहीं मिल सकी थी। जिसके चलते किसानों को धान की फसल में काफी नुकसान उठाना पड़ा था। लेकिन इस बार मौसम अनुकूल होने के चलते किसानों में बेहतर धान की खेती की उम्मीद जगी है। खरीफ फसल के लिए मौसम भी किसानों का कुछ साथ दे रहा है। किसान भी खेतीबाड़ी में लग गए हैं। धान की नर्सरी डालना शुरू कर दिए है। जिले में करीब चार दिनों से हो रही रुक-रुक कर बारिश होने से से किसानों में भी खुशी देखी जा रही है। किसानों के लिए यह बारिश वरदान साबित हो सकती है।
जिले में बेहतर मानसून की उम्मीद देखते हुए किसानों द्वारा धान की नर्सरी डालने का काम किया जा रहा है। कृषि विभाग की तरफ से 2205 हेक्टेयर में धान की नर्सरी डालने का लक्ष्य रखा गया है। एवज में अब तक 1914 हेक्टेयर में धान की नर्सरी डाली जा चुकी है। जबकि अभी कई जगहों पर किसानों द्वारा कम दिन में पैदा होने वाले धान की नर्सरी डालने का काम भी किया जा रहा है। बारिश शुरू हो गई है, इसमें तेजी आने की पूरी उम्मीद है।
किसानों की सुविधा के सरकार ने 30 से 50 फीसद अनुदान पर धान के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित की है। सभी राजकीय बीज भंडारों पर आधार कार्ड और रकबा के अनुसार अभी भी बीज उपलब्ध है। इस बार 624 क्विटल धान के बीज की उपलब्धता सुनिश्चित कराई गई है।
जिले में इस बार 88193 हेक्टेयर में खरीफ फसल लगाने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है, जो बेहतर मानसून होने की संभावना से लक्ष्य पूरा हो जाना चाहिए।

रवीन्द्र केसरी सोनभद्र

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