हो जाए ठगी तो घर बैठे साइबर क्राइम की रिपोर्ट ऐसे कराएं दर्ज, जानें पूरी डिटेल
आज हर चौथा या पांचवां व्यक्ति किसी ना किसी रूप में साइबर क्राइम से परेशान है। चाहे वो बैंक फ्रॉड के मामले हों। या फिर सोशल मीडिया ब्लैकमेलिंग। ऐसे में ये जरूरी हो जाता है कि आखिर साइबर क्राइम होता क्या है। जब साइबर क्राइम हो जाए या फिर कोई ब्लैकमेल करें या हमारी फोटो से छेड़छाड़ कर हमें परेशान करें। तो क्या करें। कई बार हम अपनी शिकायत किसी को बता नहीं सकते। थाने भी नहीं जा सकते। ऐसे में घर बैठे ऑनलाइन FIR कैसे कराएं। किस नंबर पर फोन करके जानकारी लें। सलाह किससे लें। इसलिए आज हम आपको साइबर क्राइम की आसान भाषा में परिभाषा बताएंगे। घर बैठे ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करने के तरीके बताएंगे। और साथ ही.. सरकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन के साथ एक प्राइवेट वॉट्सऐप नंबर भी बताएंगे जिसके जरिए आप जानकारी और सुझाव ले सकते हैं।
सबसे पहले, आखिर साइबर क्राइम है क्या। ऐसे समझिए । साइबर क्राइम…वो क्राइम होता है जिसे किसी कंप्यूटर या उसके नेटवर्क यानी इंटरनेट के जरिए अंजाम दिया जाए। इसका दायरा समुद्र जैसा है। मतलब, हम साइबर क्राइम के दायरे का अंदाजा नहीं लगा सकते हैँ। क्योंकि किसी वीडियो को बिना लाइसेंस के डाउनलोड करने से लेकर किसी के खाते से पैसे निकालने तक साइबर क्राइम ही है। जरूरी नहीं कि साइबर क्राइम में आपके साथ ठगी ही हो। हो सकता है कि आपको इमोशनल ब्लैकमेल किया जाए। आपके फोटो को अश्लील बनाकर भी आपको मानसिक रूप से परेशान किया जाए। और भी बहुत कुछ। लेकिन यहां एक बेहद ही जरूरी बात है। वो ये है कि 90 प्रतिशत साइबर क्राइम के मामले हम इंसानों की लापरवाही से होते हैं।
ये कोई आकलन नहीं बल्कि सरकारी रिपोर्ट में दावा किया गया है। यानी, अगर हम जागरूक हो जाएं तो 90 फीसदी साइबर क्राइम को रोक सकते हैं। लेकिन सबसे बड़ी दिक्कत ये है कि हमें लगता है कि मैं पढ़ा-लिखा हूं तो मेरे साथ साइबर क्राइम नहीं होगा। और ना ही मुझे जागरूक होने की जरूरत है। दरअसल, 80 प्रतिशत से ज्यादा साइबर क्राइम के मामले पढ़े-लिखे होशियार और टेक्नोलॉजी फ्रेंडली लोगों के साथ ही होते हैं। इसलिए ये जरूरी है कि आप साइबर क्राइम के प्रति जागरूक बनें और अपने परिवार और दोस्तों को भी अलर्ट करें।
अब जानते हैं कि साइबर क्राइम होने पर कहां शिकायत करें। वैसे शिकायत तो आप अपने नजदीकी थाने में जाकर भी कर सकते हैं। लेकिन सबसे ज्यादा जरूरी है कि जैसे ही आपके साथ साइबर क्राइम हो, सबसे पहले आप भारत सरकार के गृह मंत्रालय की तरफ से जारी नंबर- 155260। इसे ध्यान से देख लीजिए। 155260। इस पर कॉल करें और घटना के बारे में जानकारी मांगकर आगे का कदम उठाएं। ये साइबर क्राइम हेल्पलाइन नंबर है। ये सोमवार से शुक्रवार यानी वर्किंग डे पर सुबह 9 बजे से शाम 5 बजे तक ओपन रहता है। इस पर किसी भी नंबर से कॉल कर सकते हैं। इसके अलावा, आप घर बैठे भारत सरकार की वेबसाइट www.CyberCrime.Gov.in पर क्लिक करके ऑनलाइन एफआईआर दर्ज करा सकते हैं। इसमें लड़कियों के लिए खास ऑप्शन हैं कि चाहें तो वो अपनी पहचान छुपाकर भी शिकायत दर्ज करा सकती हैं।

इसके अलावा आप चाहें तो ईमेल के जरिए भी अपनी शिकायत भेज सकते हैं। अपने एरिया के साइबर क्राइम अधिकारी का ईमेल आईडी और नंबर जानने के लिए cybercrime.gov.in की वेबसाइट पर ही Contact Us के बटन को क्लिक करना होगा। इसके बाद आपको सभी राज्यों के नोडल अधिकारियों की एक पीडीएफ फाइल मिल जाएगी। जिसमें से आप फोन नंबर और ईमेल आईडी प्राप्त कर सकते हैं। हालांकि, ईमेल पर भेजी गई शिकायतों पर कार्रवाई होने की संभावना कम ही रहती है।
ये तो रही सरकारी साइबर क्राइम हेल्पलाइन की बात। आखिर में हम आपको बता दें कि काफी संख्या में ऐसे लोग हैं जो पुलिस में शिकायत करने के बाद भी परेशान होते हैं। आखिर आगे कैसे कार्रवाई हो। या फिर कई बार किसी ब्लैकमेलिंग के शिकार होते हैं और उसे किसी को बता ही नहीं पाते हैं। जैसे आजकर डेटिंग ऐप या फिर न्यूड वीडियो कॉलिंग कर काफी संख्या में लोगों को ब्लैकमेल किया जा रहा है। उन्हें डराया जा रहा है।
ऐसे में वो चाहें तो हमारे प्राइवेट वॉट्सऐप नंबर पर भी संपर्क कर सकते हैं। हमारा वॉट्सऐप नंबर है 9580509798। ध्यान रहे कि ये नंबर प्राइवेट है और हम आपको सिर्फ सुझाव ही दे सकते हैं और जागरूक कर सकते हैं। कई बार ऐसी लड़कियां भी होती हैं जिन्हें फेसबुक या वॉट्सऐप पर इमोशनल ब्लैकमेल किया जाता है। ऐसे में वो भी अपनी पहचान छुपाकर सुझाव ले सकती हैं। और आखिर में आप इस वीडियो को ज्यादा से ज्यादा शेयर जरूर करें ताकी देश के हर इंसान को जागरूक किया जा सके और साइबर क्राइम को रोका जा सके।