अध्यक्ष राजस्व परिषद द्वारा तहसील दुद्धी कार्यालय का किया गया निरीक्षण, राजस्व अधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्व कार्य के प्रगति की ली जानकारी, दिए आवश्यक दिशा निर्देश
सोनभद्र,अध्यक्ष राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश श्री संजीव मित्तल ने जनपद सोनभद्र के तहसील कार्यालय दुद्धी का निरीक्षण किया, इस मौके पर अध्यक्ष जी ने तहसील के विभिन्न कक्ष का बारी बारी से स्वयं जाकर जायजा लिया, उन्होंने निर्देशित करते हुए कहा की कार्यालय में साफ सफाई की बेहतर व्यवस्था किया जाये। तहसील के रिकार्ड रूम के निरीक्षण करते हुए कहा की पत्रांलियों का रख रखाव बेहतर तरीके से किया जाये। इस दौरान अध्यक्ष जी ने अधिकारियों के साथ बैठक कर राजस्व सम्बन्धित कार्यो की प्रगति की समीक्षा की। बैठक में तहसील के राजस्व सम्बन्धित वादों के निस्तारण, वरासत व घरौनी/स्वामित्व योजना का अभियान चलाकर निस्तारण करने का निर्देश अपर जिलाधिकारी, उप जिलाधिकारी व तहसीलदार को दिये। उन्होने कहा कि वरासत अभियान के अन्तर्गत यथास्थिति एवं उनमें आने वाले विवादों के निस्तारण के कार्यो की समीक्षा करते हुये आवश्यक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये, उन्होंने निर्देशित किया की तहसील स्तर पर मुकदमों के निस्तारण हेतु तहसील व नायब तहसीलदार के मध्य रोस्टर के अनुसार बटवारा सुनिश्चित किया जाय। उन्होने लम्बित वादों के निस्तारण के सम्बन्ध मे उप जिलाधिकारी दुद्धी को निर्देशित करते हुये कहा कि अपने स्तर से भी प्रत्येक राजस्व न्यायालय के मुकदमों के निस्तारण के सम्बन्ध में समीक्षा की जाय तथा अपेक्षित वाद निस्तारण सुनिश्चित कराया जाय। उन्होंने कहा कि वादों के समय से निस्तारण से ही जन सुनवाई जैसे विवादित मामलों में कमी लायी जा सकती है जो जन हित में अच्छी उपलब्धि होगी। उन्होने तहसीलों में अंश निर्धारण, खतौनी की फीडिंग व अन्य कार्यो हेतु यदि कम्प्यूटर आपरेटरों की कमी हो तो आवश्यकतानुसार उनकी संविदा नियुक्ति कर कार्य में प्रगति लाने के सुझाव दिए गये। इस मौके पर जिलाधिकारी ने अध्यक्ष राजस्व परिषद उत्तर प्रदेश को आश्वस्त करते हुये कहा कि बैठक में उठाये गये प्रत्येक बिंदुओं में जो काफी समय से लंबित मुकदमे हैं, उनके निस्तारण मे तेजी लाने हेतु सभी आवशयक कार्यवाही सुनिश्चित की जाये। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी (नमामि गंगे) श्री आशुतोष दूबे, उप जिलाधिकारी दुधी श्री सुरेश राय,तहसीलदार ब्रजेश वर्मा सहित अन्य सम्बंधितगण उपस्थित रहे।
रवीन्द्र केसरी सोनभद्र