अरविंद केजरीवाल के इस्तीफा न देने पर CM मोहन यादव का निशाना, बोले- ‘पद की ऐसी लोलुपता…’
इंदौर: मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) के सीएम मोहन यादव (Mohan Yadav) ने इंडिया गठबंधन और दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल (Arvind Kejriwal) पर तीखा हमला किया है. सीएम यादव ने पार्टी के सीनियर लीडर लालकृष्ण आडवाणी (Lal Krishna Advani) का उदाहरण देते हुए कहा कि उन्होंने एक डायरी में सिर्फ ‘एलके’ लिखा होने के कारण सांसद सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया था लेकिन दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल भ्रष्टाचार के मामले में जेल जाने के बावजूद भी अपना पद छोड़ने को तैयार नहीं है.
जबलपुर में मंगलवार (2 अप्रैल) को शक्ति केंद्र प्रमुख, बूथ अध्यक्ष और त्रिदेव सम्मेलन को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने कहा कि “हमारी पार्टी के वरिष्ठ नेता जिन्हें हाल ही में भारत रत्न से सम्मानित किया गया है, लालकृष्ण आडवाणी हैं. एक डायरी में एलके लिखा था. पूरा नाम भी उस डायरी में नहीं था, लेकिन बीजेपी में राजनीतिक सुचिता ऐसी कि आडवाणी जी ने सांसद सहित सभी पदों से इस्तीफा दे दिया और जब तक वे बेदाग साबित नहीं हुए किसी पद को स्वीकार नहीं किया.”
‘कांग्रेस क्या उदाहरण पेश करना चाहती है?’
सीएम यादव ने आगे कहा, ”लेकिन, कांग्रेस पार्टी और उसके साथ गठबंधन करने वाली पार्टियां जनता के सामने क्या उदाहरण प्रस्तुत करना चाहती है? कांग्रेस और उसके गठबंधन के कई नेता जेल में हैं, कुछ जमानत पर जेल से बाहर हैं. जो बाहर हैं, उनके खिलाफ भी जांचे चल रही है.”
सीएम बोले- केजरीवाल को है पद की लोलुपता
सीएम मोहन यादव आगे कहा कि, “दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल तो एक कदम आगे बढ़ गए. भ्रष्टाचार के आरोप में जेल गए पर पद की ऐसी लोलुपता कि जेल जाने के बाद भी मुख्यमंत्री पद से इस्तीफा नहीं दिया. बिना इस्तीफा दिए जेल जाना देश की उस जनता का अपमान है, जिन्होंने उन पर विश्वास कर उनकी पार्टी को वोट दिया था. अरविंद केजरीवाल ने पद से इस्तीफा नहीं देकर जनता के सम्मान का गला घोंटा है.”
किसी भ्रष्टाचारी को नहीं बख्शा जाएगा- मोहन यादव
सीएम मोहन यादव ने पीएम मोदी की तारीफ करते हुए कहा, ”हम सबका सौभाग्य है कि नरेंद्र मोदी जैसे ऋषि तुल्य व्यक्ति के नेतृत्व में कार्य करने का मौका मिला है. प्रधानमंत्री ने कहा कि न खाऊंगा न खाने दूंगा. इस बात से कांग्रेस सहित सभी विपक्षी दलों के नेता तडप रहे हैं. एक बात को तय है कि प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल में न तो एक रुपये का भ्रष्टाचार होगा और न ही किसी भ्रष्टाचारी को बख्शा जाएगा. सभी भ्रष्टाचारी जेल जाएंगे. भ्रष्टाचार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने से सभी घोटालेबाज परेशान हैं और प्रधानमंत्री पर अमर्यादित टिप्पणी करते हैं. प्रधानमंत्री ने भी भ्रष्टाचारियों को करारा जवाब दिया है कि देश की 142 करोड़ जनता मेरा परिवार है.”