इंदौर से दिल दहला देने घटना: रात में खुली नींद, पानी समझ पी लिया एसिड, इंदौर में 6 साल के मासूम की मौत
इंदौर से दिल दहला देने घटना सामने आई है, जहां 6 साल के मासूम की मौत अनजाने में एसिड पीने की वजह से हो गई। बच्चा रात को खाना खाने के बाद अपनी मां के पास सोया था, इस बीच जब उसे प्यास लगी तो उसने वहीं रखी एसिड को पानी की बॉटल समझकर उससे एसिड पी लिया। इसके बाद करीब हफ्तेभर उसका इलाज चला और सोमवार को अस्पताल में उसने दम तोड़ दिया। वो अपने माता-पिता का इकलौता बेटा था।
यह दुखद घटना इंदौर के बाणगंगा इलाके में रहने वाले कैलाश अहिरवार के घर पर हुई। जहां 5 मई की रात उनके मासूम बेटे माखन (6) ने पानी समझकर गलती से एसिड पी लिया था। घरवालों का कहना है कि उन्होंने उस बॉटल को उसी दिन दोपहर में फेरीवाले से खरीदा था।
दो बार माता-पिता से मांगा पानी
घटना के बारे में जानकारी देते हुए बच्चे के पिता ने पुलिस को बताया कि उस रात घर में दाल-बाटी बनी थी। खाना खाने के बाद हम सब सो गए, माखन मेरे साथ पलंग पर सो रहा था, इसी दौरान रात को प्यास लगने पर उसने मुझसे पानी मांगा तो मैंने उसे पिला दिया। इसके बाद वो नीचे उतरकर अपनी मां रचना के पास सो गया। रात करीब डेढ़ बजे उसे दोबारा प्यास लगी तो उसने मां से पानी मांग लिया, रचना ने उसे पानी पिलाकर सुला दिया।
तीसरी बार खुद उठकर पी लिया ‘पानी’
रात करीब 3 बजे जब उसे फिर से प्यास लगी तो उसने पानी मांगने की बजाय खुद ही उठकर कूलर के पास रखी बॉटल से उसे पी लिया। लेकिन वो बॉटल एसिड की थी। इसके बाद उसे गले में जलन होने लगी तो उसने अपनी मां को उठाया और कहा कि मुझे जलन हो रही है और तेज उल्टी आ रही है। इसके बाद जब रचना उसे लेकर बाथरूम में पहुंची, जहां उल्टी में एसिड की गंध आने पर वो घबरा गई। इसके बाद उसने उससे पूछा तो बच्चे ने बॉटल से पानी पीने की बात बताई।
उल्टी से आई एसिड की गंध
फिर महिला भागकर बच्चे के पिता के पास पहुंची और बच्चे के गलती से एसिड पीने के बारे में बताया। इसके बाद वो दोनों रात में ही बच्चे को लेकर अस्पताल पहुंचे। जहां करीब 8 दिन चले इलाज के बाद बच्चे को नहीं बचाया जा सका। बच्चे के माता-पिता दोनों प्राइवेट जॉब करते हैं, उन्होंने 5 तारीख की दोपहर को ही घर की सफाई के लिए एसिड खरीदा था और उसे कूलर के पास रख दिया था। हालांकि बच्चे को इसकी समझ ना होने और दिखने में पानी जैसा होने की वजह से यह अनहोनी हो गई। माखन उनका इकलौता बेटा था, उसकी एक बड़ी बहन भी है। पुलिस ने पोस्टमार्टम के बाद बच्चे का शव परिजनों को सौंप दिया।