इस केमिकल कंपनी ने अपने निवेशकों को दिया 4000 फीसदी का तगड़ा रिटर्न, अब 1 के बदले देगी 5 शेयर
नई दिल्ली. बाजार में जारी उथल-पुथल के बीच भी कुछ कंपनी अपने निवेशकों को लगातार शानदार रिटर्न दे रही है. इसी कड़ी में शेयर मार्केट में लिस्टेड स्पेशियलटी केमिकल्स की स्मॉल कैप कंपनी विष्णु केमिकल्स (Vishnu Chemicals) ने महज तीन साल में अपने निवेशकों को करीब एक हजार फीसदी का तगड़ा रिटर्न दिया है. वहीं पिछले दस साल में कंपनी के शेयरों में करीब 4 हजार फीसदी की तेजी आई है. इसी बीच अब इस कंपनी ने अपने शेयरों को स्प्लिट करने का फैसला किया है यानी कि निवेशकों के पोर्टफोलियो में शेयरों की संख्या बढ़ेगी लेकिन फेस वैल्यू गिर जाएगी.
बता दें कि विष्णु केमिकल ने इस बारे में 31 अक्टूबर को शेयर बाजारों को जानकारी दी थी. रेगुलेटरी फाइलिंग के अनुसार विष्णु केमिकल्स के शेयरों को 5:1 के अनुपात में स्प्लिट किया जाएगा यानी कि 10 रुपये की फेस वैल्यू वाले एक फुल्ली पेड-अप शेयर को 2 रुपये की फेस वैल्यू वाले 5 फुल्ली पेड-अप इक्विटी शेयरों में बांटा जाएगा. इसे बोर्ड की मंजूरी मिल चुकी है. बीएसई पर मौजूद डिटेल्स के मुताबिक शेयरधारकों की मंजूरी मिलने के तीन महीने के भीतर इसकी प्रक्रिया पूरी हो जाएगी.
कंपनी ने 2 साल में अपने निवेशकों की पूंजी को 41 गुना से अधिक बढ़ाई है. आपको बता दें विष्णु केमिकल्स के शेयर 2 नवंबर 2012 को 40.75 रुपये के भाव पर थे जो अब 4021.96 फीसदी बढ़कर कल यानी 3 नवंबर 2022 को 1679.70 रुपये के भाव पर पहुंच गए. इस शेयर ने कम टाइमफ्रेम में भी अपने निवेशकों को शानदार रिटर्न दिया है.
विष्णु केमिकल के शेयर पिछले साल 22 दिसंबर 2021 को 771.60 रुपये के भाव पर थे जो एक साल का रिकॉर्ड निचला स्तर था. इसके बाद कंपनी की खरीदारी बढ़ी और इस साल 8 सितंबर तक 178 फीसदी की उछाल के साथ 2,147 रुपये के भाव पर पहुंच गया. अभी इसके शेयर 22 फीसदी डिस्काउंट पर हैं.
विष्णु केमिकल्स कमोडिटी रसायन क्षेत्र की कंपनी है और स्पेशियलिटी केमिकल्स बनाती है. यह स्टील, ग्लास, फार्मा, पिगमेंट्स और डाईज अंतरराष्ट्रीय कंपनियों को सप्लाई करती है. कंपनी के वित्तीय सेहत की बात करें तो तिमाही आधार पर सितंबर 2022 कंपनी के लिए बेहतर रही. बीएसई पर उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक जुलाई-सितंबर 2022 में कंपनी का नेट प्रॉफिट तिमाही आधार पर 29.31 करोड़ रुपये से उछलकर 32.56 करोड़ रुपये पर पहुंच गया. वहीं समान अवधि में रेवेन्यू भी 303.91 करोड़ रुपये से बढ़कर 321.52 करोड़ रुपये पर पहुंच गया.