इस प्रसिद्ध कलाकार ने 83 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा, उम्र संबंधी बीमारियों से थे पीड़ित
कोलकाता: पश्चिम बंगाल के जाने-माने कलाकार पार्थ घोष (83) का शनिवार को हावड़ा जिले के एक निजी अस्पताल में निधन हो गया। उनकी पत्नी गौरी घोष भी एक प्रसिद्ध कलाकार थी, जिनका पिछले साल 28 अगस्त को निधन हो गया था। दिवंगत दंपति के परिवार में उनके बेटे अयान घोष हैं। पारिवारिक सूत्रों ने बताया कि पार्थ घोष काफी समय से उम्र संबंधी बीमारियों से पीड़ित थे और इसलिए उन्हें हावड़ा के निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था, जहां हाल ही में उनकी सर्जरी हुई थी। उन्हें शनिवार सुबह कार्डियक अरेस्ट हुआ और सुबह 7.30 बजे उनका निधन हो गया।
उनके पार्थिव शरीर को पहले दमदम स्थित उनके आवास पर ले जाया जाएगा और उसके बाद उत्तरी कोलकाता में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। पार्थ और गौरी घोष दोनों ने ऑल इंडिया रेडियो के साथ चयन-ग्रेड उद्घोषक के रूप में अपने करियर की शुरुआत की थी, जिसके साथ वे लंबे समय तक जुड़े रहे। गौरी घोष के साथ ‘कर्ण कुंती संगबाद’ में अपनी प्रस्तुतियों के जरिये दर्शकों को मंत्रमुग्ध करने वाले पार्थ घोष के पश्चिम बंगाल में बड़ी संख्या में प्रशंसक हैं। उन्होंने ‘सोट्टी जाबे’, ‘छाय’ और ‘मां’ सहित अन्य प्रस्तुतियों के जरिये भी खासी लोकप्रियता अर्जित की थी।
वह वर्षों तक रेडियो पर बच्चों के एक लोकप्रिय कार्यक्रम के उद्घोषक रहे। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने पार्थ घोष के निधन पर शोक जताते हुए कहा कि उनकी अनूठी प्रस्तुतियां श्रोताओं और कविता प्रेमियों द्वारा हमेशा याद की जाएंगी। ममता ने ऑल इंडिया रेडियो, कोलकाता में उद्घोषक-प्रस्तुतकर्ता के रूप में पार्थ घोष के लंबे कार्यकाल को भी याद किया। बंगाल सरकार ने वर्ष 2018 में उन्हें ‘बंग भूषण’ सम्मान से नवाजा था।