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  उफ्फ… ये लव है मुश्किल में ‘मायरी’ का किरदार निभाने पर बोलीं सुप्रिया शुक्ला- बचपन-सी मासूम, सच्ची और अनोखी:

मुंबई, अगस्त 2025: सोनी सब का शो उफ्फ… ये लव है मुश्किल दर्शकों के दिलों में जगह बना रहा है, जहां परिवार के भावुक रिश्तों और दिल छू लेने वाले पलों का अनोखा संतुलन दिखाया गया है। इन किरदारों में से एक हैं मायरी, जिसे जानी-मानी अभिनेत्री सुप्रिया शुक्ला निभा रही हैं। अपने पहले निभाए गए मां के किरदारों से अलग, सुप्रिया इस बार एक ऐसे रोल में हैं जिसमें बचपना, सहजता और गहराई एक साथ नजर आती है। इस बातचीत में उन्होंने साझा किया कि यह किरदार उनके लिए खास क्यों है, सह-कलाकारों से उनकी बॉन्डिंग कैसी है और सेट पर काम करने का उनका अनुभव कैसा रहा।

1. आपने अब तक कई ‘मां’ के किरदार निभाए हैं। मायरी आपके लिए किस तरह अलग है?
मायरी उन सभी मां के किरदारों से बिल्कुल अलग है जो मैंने अब तक निभाए हैं। उसकी जिंदगी लगभग 12–14 साल पहले थम-सी गई थी। कभी वह जज रही है, लेकिन अब उसमें एक बेफिक्र और लगभग बचपने वाली मासूमियत है। मेरे लिए यह बिल्कुल नया अनुभव था। मैंने उसे असलियत के करीब रखने की कोशिश की है, न कि एक रूढ़िबद्ध छवि बनाने की।

2. शो में सीनियर और यंग एक्टर्स का मिक्स है। सेट पर माहौल कैसा रहता है?
सेट पर माहौल बहुत शानदार रहता है। सभी कलाकार बेहद टैलेंटेड हैं। शब्बीर बेहतरीन को-एक्टर और दिल से अच्छे इंसान हैं। हमने पहले भी साथ काम किया है, तो हमारी ट्यूनिंग काफी अच्छी है। आशी भी शानदार है। यंग एक्टर्स बहुत ऊर्जा और उत्साह लेकर आते हैं। सच कहूं तो मुझे रोज़ सेट पर आने की खुशी होती है। और हां, खाना सबकी पसंदीदा चीज़ है—हमारी लंच ब्रेक्स हमेशा खास होती हैं!

3. जब आप इमोशनल सीन शूट नहीं कर रही होतीं, तो सेट पर कैसे रिलैक्स करती हैं?
हमारे सेट पर हमेशा हंसी-मजाक और मस्ती का माहौल रहता है। सभी लोग तैयार होकर आते हैं, लेकिन इसके साथ ढेर सारी मस्ती, मुस्कानें और सपोर्ट भी होता है। एक छोटा-सा रिवाज़ है कि जब भी कोई कलाकार शानदार सीन करता है, तो हम सब ताली बजाते हैं। इससे माहौल और भी पॉजिटिव हो जाता है।

4. स्क्रीन पर मायरी को सिन्हा परिवार की भावनात्मक ताकत के रूप में दिखाया गया है। क्या रियल लाइफ में भी आप ऐसा ही महसूस करती हैं?
असल ज़िंदगी में मैं दो बेटियों की मां हूं और अपने परिवार से गहरी भावनात्मक जुड़ाव रखती हूं। मैं अपनी बेटियों की दोस्त जैसी हूं और पति की बेस्ट फ्रेंड। घर पर हमेशा भावनाओं का अच्छा संतुलन रहा है और मैं कोशिश करती हूं कि हम मुस्कुराते हुए जीवन जिएं। यही जुड़ाव मेरे साथ नैसर्गिक तौर पर चलता है, यह कहीं न कहीं मायरी के किरदार में भी झलकता है।

5. शो में हल्के-फुल्के पारिवारिक पल और गहन इमोशनल ड्रामा—दोनों का मेल है। आपके लिए किस तरह के सीन ज्यादा चुनौतीपूर्ण होते हैं?
मेरे लिए सबसे बड़ी चुनौती है ईमानदारी से अभिनय करना। अभिनय तभी असरदार होता है जब वह एक्टिंग न लगे। चाहे कॉमेडी हो या गहन ड्रामा, अगर सीन मेरे दिल को छू लेता है तो मुझे यकीन होता है कि दर्शकों के दिल को भी छुएगा। अगर कनेक्ट नहीं होता, तो मैं टीम से चर्चा करती हूं और सीन को और असली बनाने की कोशिश करती हूं।

6. इस हफ्ते शौर्य और अन्या की सगाई वाले एपिसोड्स दिखाए जा रहे हैं। क्या आपको ऐसे उत्सवी पारिवारिक सीक्वेंस उतने ही पसंद आते हैं जितने इमोशनल सीन?
बिल्कुल! ऐसे उत्सव वाले सीक्वेंस बेहद मजेदार होते हैं क्योंकि पूरा परिवार एक साथ आता है और सेट असली पारिवारिक समारोह जैसा हो जाता है। उस समय की ऊर्जा बहुत ही संक्रामक होती है—संगीत, हंसी और साथ का एहसास सब कुछ असली लगता है। यह हल्के-फुल्के पल गहन भावनात्मक ट्रैक्स के बीच संतुलन बनाए रखते हैं और एक कलाकार के तौर पर दोनों तरह का अनुभव ताज़गीभरा होता है।

देखिए उफ्फ… ये लव है मुश्किल, हर सोमवार से शनिवार रात 8:00 बजे, सिर्फ सोनी सब पर