एसआरएमएस मेडिकल कालेज में ट्रामा और इमरजेंसी में POCUS की भूमिका पर सीएमई
बरेली ,18 मार्च । एसआरएमएस मेडिकल कालेज में कल ट्रामा और इमरजेंसी में POCUS (Point of Care Ultra Sound) की भूमिका पर सीएमई आयोजित हुई। इसमें देश के नामचीन स्वास्थ्य केंद्रों के विशेषज्ञ चिकित्सकों ने व्याख्यान दिए। संस्थान के चेयरमैन देव मूर्ति जी ने बढ़ते ट्रामा और इमरजेंसी के मामलों पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि ऐसी घटनाओं के समय घायलों की मदद करने के स्थान पर रील बनाने की प्रवृत्ति बढ़ रही है। स्वास्थ्य केंद्र भी ऐसे मामलों को घायलों को रेफर कर अपना कर्तव्य निभाते हैं। इसकी वजह पुलिस के झमेलों से दूर रहना या मेडिको लीगल से अपना बचाव करना भले हो लेकिन यह खतरनाक है। इमरजेंसी में प्राथमिकता से घायलों की जान बचाना घटना के समय उपस्थित प्रत्येक नागरिक का कर्तव्य होना चाहिए और स्वास्थ्य कर्मी की जिम्मेदारी।
देवी सरस्वती की प्रतिमा पर दीप प्रज्जवलन, वंदना और संस्थान गीत के साथ आरंभ हुए उद्घाटन सत्र में देव मूर्ति जी कहा जिस तरह पेयजल उपलब्ध कराना और टायलेट की सुविधा देना होटलों की जिम्मेदारी है वैसे ही हादसों में घायलों की जान बचाना भी प्राथमिकता में होना चाहिए। सरकार को इसके लिए पहल करनी चाहिए और निर्देश जारी करना चाहिए। तभी हादसों में मरने वालों की संख्या में कमी लाना संभव होगा। देव मूर्ति जी ने कहा कि हादसों के बाद मौके पर पहुंचने वाली एंबुलेंस का घायलों को निकटतम स्वास्थ्य केंद्र में ले जाने के बजाय जिला अस्पताल या खास हास्पिटल में जा जाने पर भी रोक होनी चाहिए। इससे भी घायलों की जान बचाना आसान होगा। उन्होंने कहा कि इमरजेंसी की स्थिति कभी भी किसी भी परिवार में आ सकती है। ऐसे में समय पर उपचार मिलना चाहिए। इसके लिए चिकित्सकों को अपने स्टाफ को ट्रेंड करना चाहिए। जिससे वे ऐसे इमरजेंसी के समय प्राथमिक उपचार दे सकें।
इससे पहले उद्घाटन सत्र में कार्यक्रम के आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी व ट्रामा सर्जन डा.हर्षित अग्रवाल ने सभी का स्वागत किया और सीएमई के विषय में जानकारी दी। मेडिकल कालेज के प्राचार्य एयरमार्शल (सेवानिवृत्त) डा. एमएस बुटोला ने ट्रामा और इमरजेंसी की वजहों को स्पष्ट किया और ऐसी स्थिति में एसआरएमएस मेडिकल कालेज में दी जा रही सुविधाओँ की जानकारी दी। सीएमई के मुख्य अतिथि एशियन कोलेबोरेशन आफ ट्रामा के प्रेसिटेंट और एम्स दिल्ली के डा.अमित गुप्ता ने ट्रामा के उपचार में अत्याधुनिक तकनीकों को बताया। अपने व्याख्यान में उन्होंने देश में ट्रामा के सूरतेहाल का जिक्र किया और ऐसी स्थिति में ज्यादा से ज्यादा लोगों को जागरुक करने का संदेश दिया। ज्वाइंट आर्गनाइजिंग सेक्रेटरी डा. विश्वदीप सिंह ने सभी का आभार जताया और धन्यवाद ज्ञापित किया। सीएमई में केजीएमसी के डा.वैभव जायसवाल, एसजीपीजीआई लखनऊ के डा.ओपी संजीव, एम्स रायबरेली के डा.प्रनभ कुशवाहा, मेदांता लखनऊ के डा.लोकेंद्र गुप्ता, कमांड हास्पिटल लखनऊ के कर्नल (डा.) आनंत कुमार कटियार, एम्स ऋषिकेश के डा.मधुर उनियाल ने ट्रामा और इमरजेंसी के विभिन्न विषयों पर व्याख्यान दिया। इस मौके पर कालेज के डायरेक्टर एडमिनिस्ट्रेशन आदित्य मूर्ति जी, कार्यक्रम के चेयरपर्सन डा.दीप पंत, मेडिकल सुपरिटेंडेंट डा.आरपी सिंह, आईएमए बरेली के डा. राजीव गोयल, डा.आरके सिंह, डा.ललित सिंह, डा.केएम झा, डा.पियूष गोयल, डा.शशिबाला आर्य, डा.वंदना नेगी, डा.मिलन जायसवाल, डा.स्मिता गुप्ता, डा.गीता कार्की, डा.एसके सागर, डा.शशांक शाह, डा.राजीव टंडन, डा.संजय गुप्ता, डा.नीरज प्रजापति, डा.अतुल कुमार, डा.शोभित शर्मा, डा.आयुष गर्ग, डा.कुनाल मेहंदीरत्ता, डा.दीपक सिंह, डा.श्रष्टि वाधवा और फैकेल्टी मेंबर मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट