एसआरएमएस रिद्धिमा में गायन के विद्यार्थियों और उनके गुरुओं ने फाल्गुन की फुहार के रंग विखेरे
बरेली, 11मार्च। श्रीराम मूर्ति स्मारक रिद्धिमा में कल रिद्धिमा के गायन गुरुओं और उनके विद्यार्थियों ने “फाल्गुन की फुहार” के रंग बिखेरे। सभी ने होली गीतों को अपनी आवाज दी और श्रोताओं को होली के रंगों से सराबोर किया। कार्यक्रम का आरंभ ब्रज की होली को याद करते हुए आज ब्रज में होली रे गाकर गायन के विद्यार्थी अशुंमा, शालिनी पांडेय, सताक्षी अग्रवाल और श्रेया ने किया। विद्यार्थी डा. अनुज कुमार ने होली खेले मसाने में गीत को अपनी आवाज दी तो डा.वंदना दुग्गल खन्ना ने सकल ब्रज धूम मची को गाकर कार्यक्रम को होलीमय बना दिया। अतिथि गायक डा.रीता शर्मा ने होली खेलो जी राधे संभाल के और इंदू परडल ने रंग देख जिया ललचाये को अपने स्वर से सजाया। गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे ने रंग डारूंगी नंद के लालन पे और गायन गुरु प्रियंका ग्वाल ने जब फाल्गुन रंग झमकते हैं को अपनी आवाज से सजाया। दोनों गायन गुरुओं ने होली कनक भवन में को भी एक साथ स्वर दिए। गायन के विद्यार्थियों के गाये रंग दे रंग दे रंग दे मोहे अपने ही रंग में गाने से फाल्गुन की फुहार थमी और कार्यक्रम का समापन हुआ। कार्यक्रम में उमेश मिश्रा (सारंगी), कुंवर पाल (सितार), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), आशीष सिंह (कीबोर्ड), टुकु मनी सेन (हारमोनियम), हिमांश चंद्र (गिटार), सूरज पांडेय (बांसुरी), अमर नाथ (तबला) और सुमन बिस्वास (ढोलक) ने अपने वाद्ययंत्रों की संगत से स्वर साधकों का साथ निभाया। इस मौके पर ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति जी, आशा मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, ऋचा मूर्ति जी, सुभाष मेहरा, डा. प्रभाकर गुप्ता सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट