एसआरएमएस रिद्धिमा में थियेटर गुरूओं ने उमंग कार्यक्रम में अपनी कलाओं का प्रदर्शन किया
बरेली , 3 जून। एसआरएमएस रिद्धिमा में कल की शाम रिद्धिमा के गुरुओं के नाम रही। कथक, भरतनाट्यम, गायन, वाद्ययंत्रों और थिएटर के गुरुओं ने ‘उमंग’ कार्यक्रम में अपनी कला का प्रदर्शन किया और दर्शकों के साथ श्रोताओं की वाहवाही लूटी। एक साथ कथक, भरतनाट्यम, गायन, वादन और अभिनय देख दर्शक और श्रोता हैरत में पड़ गए। वाद्ययंत्रों के गुरुओं उमेश मिश्रा (सारंगी), कुंवर पाल (सितार), सूर्यकांत चौधरी (वायलिन), आशीष सिंह (की बोर्ड), हिमांश चंद्रा (गिटार), सोनू पांडेय (बांसुरी), सुमन विस्वास (मृदंगम), अमरनाथ (तबला) ने अपने वाद्ययंत्रों से राग जोग को प्रस्तुत कर कार्यक्रम का आरंभ किया। जय जय हे, जय जग जननी प्रार्थना पर भरतनाट्यम गुरु तनय ने मां सरस्वती की आराधना की। भरतनाट्यम गुरु रोबिन ए ने गोवर्धन गिरधारी पर अपनी प्रस्तुति दी। गायन गुरु प्रियंका ग्वाल ने राग भैरवी पर आधारित बात चलत मोरी को अपनी आवाज दी। गायन गुरु स्नेह आशीष दुबे ने सूरत पिया की छिन बिसरी को अपने स्वरों में प्रस्तुत किया। कथक गुरु देबाज्योति नस्कर, रियाश्री चटर्जी और अंशू शर्मा ने शक्ति के आंतरिक स्वरूप को प्रस्तुत किया। थिएटर गुरु विनायक श्रीवास्तव ने अभिनय के विद्यार्थी मनोज शर्मा और सौम्या कश्यप के साथ छन्नू नवाब नाटक को प्रस्तुत कर दर्शकों की तालियां बटोरीं। इस मौके पर एसआरएमएस ट्रस्ट के चेयरमैन देव मूर्ति जी, आदित्य मूर्ति जी, ऋचा मूर्ति जी, एयर मार्शल (सेवानिवृत्त) डा. एमएस बुटोला, डा.प्रभाकर गुप्ता, डा. अनुज कुमार, डा. रीटा शर्मा सहित शहर के गणमान्य लोग मौजूद रहे। बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट