ओडिशा के झारसुगुड़ा में बस और ट्रक की भीषण टक्कर, 6 की मौत, बस में 60 से अधिक सवार थे लोग
भुवनेश्वर: ओडिशा के झारसुगुड़ा में एक भीषण सड़क हादसा हुआ है, जिसमें एक कंपनी के 6 कर्मचारियों की मौत हो गई है और 20 से अधिक लोग गंभीर रूप से घायल हैं। सभी घायलों को नजदीकी अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज चल रहा है। कुछ घायलों की हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
घायलों में सात की हालत नाजुक
जानकारी के मुताबिक, शुक्रवार शाम सात बजे के करीब झारसुगुड़ा-संबलपुर एक्सप्रेस वे एक ट्रक और एक बस की भीषण टक्कर हो गई। बताया जा रहा है कि एक कंपनी के कर्मचारियों के ले जा रही बस की एक ट्रक से जोरदार टक्कर हो गई। इस हादसे में 6 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई और 20 गंभीर रूप से घायल हो गए। हादसे में घायल हुए 10 लोगों को बुर्ला और 14 लोगों का संबलपुर के अस्पताल में इलाज चल रहा है। घायलों में सात लोगों की हालत अभी भी नाजुक बताई जा रही है।
बस में 60 से अधिक लोग थे सवार
जानकारी के मुताबिक, थेलकुली में जेएसडब्ल्यू प्लांट की एक बस में 60 से अधिक कर्मचारी सवार थे। बताया जा रहा है कि यह बस कर्मचारियों को लेकर झारसुगुड़ा जा रही थी कि तभी संबलपुर के पास पीछे से कोयले से लदा एक ट्रक आया और बस में जा घुसा। बस को टक्कर मारने से ट्रक ने दो गायों को भी रौंद दिया और डिवाइडर को तोड़ते हुए बस से जा टकराया। इस हादसे में कई स्थानीय लोगों को सुरक्षित बचा भी लिया गया है।
कलेक्टर और एसडीपीओ ने कही कार्रवाई की बात
इस हादसे के बारे में अधिक जानकारी देते हुए झारसुगुड़ा एसडीपीओ, निर्मला महापात्रा ने कहा है कि यह हादसा बहुत भीषण है। हादसे में घायल हुए लोगों को हम बचाने की पुरजोर कोशिश कर रहे हैं। झारसुगुड़ा कलेक्टर सरोज सामल ने भी इस घटना पर दुख जाहिर किया है। उन्होंने कहा, “ट्रक चालक की गैर-जिम्मेदाराना ड्राइविंग के कारण यह दुर्घटना हुई। लगभग 18 को प्राथमिक उपचार के बाद छुट्टी दे दी गई, जबकि गंभीर रूप से घायल छह अन्य लोगों को विम्सर ले जाया गया और चार का डीएचएच में इलाज चल रहा है।
कलेक्टर ने घायलों के लिए किया फ्री इलाज का ऐलान
इसके अलावा, कलेक्टर ने आश्वासन दिया कि घायलों को मुफ्त इलाज मिलेगा और इलाज का सारा खर्च जिला प्रशासन वहन करेगा। उन्होंने कहा, “घायलों के सर्वोत्तम संभव इलाज के लिए उचित व्यवस्था की जाएगी। उनके इलाज के लिए विशेषज्ञ डॉक्टरों की एक टीम नियुक्त की गई है और आवश्यकता के अनुसार इलाज के लिए तत्काल कदम उठाए जा रहे हैं।”