कांग्रेस से नाराज चल रहे आनंद शर्मा ने अब उठाए डेलीगेट चुनने की प्रक्रिया पर सवाल
नई दिल्ली। कांग्रेस (Congress) के वरिष्ठ नेता आनंद शर्मा (Senior leader Anand Sharma) ने पार्टी के चुनाव (Congress President Election) के लिए डेलीगेट चुनने की प्रक्रिया (Delegate selection process) पर सवाल उठाए हैं। पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) की अगुवाई में अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को मंजूरी देने के लिए हुई कांग्रेस कार्यसमिति की बैठक में उन्होंने केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री (Madhusudan Mistry) से कई सवाल किए। आनंद शर्मा असंतुष्ट नेताओं में शामिल हैं।
कांग्रेस कार्यसमिति के एक सदस्य के मुताबिक, पार्टी अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शुरुआत में साफ कर दिया कि यह बैठक सिर्फ अध्यक्ष पद के चुनाव कार्यक्रम को अंतिम रूप देने के लिए बुलाई गई है। इसके बाद केसी वेणुगोपाल ने चुनाव प्राधिकरण के अध्यक्ष मधुसूदन मिस्त्री से कार्यक्रम रखने का आग्रह किया। मिस्त्री ने सदस्यों को पूरा चुनाव कार्यक्रम बताया।
इसके बाद कई सदस्यों ने चुनाव कार्यक्रम पर अपनी बात रखी। वीडियो कांफ्रेंसिंग के जरिए हुई इस बैठक में ऑडियो बहुत अच्छा नहीं था। पार्टी सूत्रों का कहना है कि आनंद शर्मा ने एआईसीसी डेलीगेट के चयन पर सवाल उठाते हुए कहा कि डेलीगेट का चुनाव किस तरह किया गया। ब्लॉक, जिला और प्रदेश स्तर पर कब बैठक हुई। शर्मा की दलील थी कि उन्हें कई प्रदेशों से यह शिकायत मिली है और इसको लेकर लोग अंधेरे में हैं। इस पर पार्टी अध्यक्ष ने मधुसूदन मिस्त्री को स्थिति स्पष्ट करने की हिदायत दी। मिस्त्री ने कहा कि एआईसीसी डेलीगेट की सूची अध्यक्ष पद के उम्मीदवारों को उपलब्ध करा दी जाएगी। इसके बाद आनंद शर्मा चुप हो गए।
हालांकि, बैठक के बाद मिस्त्री से जब इस बारे में सवाल किया गया, तो उन्होंने कहा कि जो सवाल उठा रहे हैं, वह खुद इस प्रक्रिया के जरिए यहां तक पहुंचे हैं। कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सीडब्ल्यूसी में संगठन चुनाव प्रक्रिया पर सवाल उठाए जाने से इनकार किया है। उन्होंने ट्वीट किया कि कुछ संदिग्ध स्रोतों के जरिए यह कहा जा रहा है कि सीडब्ल्यूसी की बैठक में कांग्रेस अध्यक्ष की चुनाव प्रक्रिया और कार्यक्रम पर सवाल उठाए हैं। जयराम ने कहा कि बैठक में किसी ने कोई प्रश्न या संदेह नहीं उठाया है। बता दें कि जम्मू कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद ने शुक्रवार को पार्टी से इस्तीफा दे दिया था। आजाद ने भी अपने इस्तीफे में पार्टी पर आरोप लगाया था कि कांग्रेस नेतृत्व आतंरिक चुनाव के नाम पर धोखा दे रही है।