किसान सम्मान निधि की किस्त जारी होने पर राकेश टिकैत ने कहा कि वो तो उधार था…
मुजफ्फरनगर। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल के आगाज के साथ ही देश के अन्नदाताओं को बड़ी सौगात दी। उन्होंने सोमवार को ‘किसान सम्मान निधि’ की 17वीं किस्त जारी कर दी। इस किस्त के अंतर्गत केंद्र सरकार ने किसानों के लिए 20 हजार करोड़ रुपए की राशि आवंटित की है। प्रधानमंत्री मोदी के इस कदम पर राकेश टिकैत की प्रतिक्रिया सामने आई है।
राकेश टिकैत ने कहा कि अरे वो उधार था, जो कि उन्हें चुकाना था और उन्होंने चुका दिया। तीसरी बार नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के अगले दिन ही पुलिसकर्मियों का वेतन आ गया। वहीं रेलवे सहित सभी सरकारी कर्मचारियों की भी तनख्वाह आ गई। राकेश टिकैत ने बीजेपी को आड़े हाथों लेते हुए कहा, “यह योजना काफी पहले से चली आ रही है, लेकिन अब यह लोग बार-बार इसे आधार बनाकर राजनीतिक श्रेय प्राप्त कर रहे हैं, जो कि मेरी समझ से उचित नहीं है। मैं यह पूछना चाहता हूं कि किसानों को जो यह 20 हजार करोड़ रुपए दिए हैं, यह किस मद में जाएंगे? यह प्रधानमंत्री को बताना चाहिए।
उन्होंने आगे कहा कि अब देखिए सरकार गठन तो हो चुका है। अब देखते हैं किसे कौन-सा विभाग मिलता है। इसके बाद ही आगे कुछ कहना उचित रहेगा। जयंत चौधरी के मंत्री बनने पर भी राकेश टिकैत ने टिप्पणी की। उन्होंने कहा कि अब वो मंत्री बन चुके हैं, लेकिन मैं यह सवाल पूछना चाहूंगा कि क्या वो किसानों के लिए कुछ करेंगे। मैं तो कहूंगा कि जैसा आपने किसान आंदोलन में रहते हुए अन्नदाताओं के हित के लिए काम किया था, वैसे ही सरकार में रहते हुए करें।
इसके अलावा, राकेश टिकैत ने नरेंद्र मोदी की नई सरकार को नया पैगाम भी दिया। उन्होंने कहा कि मैं सरकार से यही कहना चाहूंगा कि वो सीधे चले। जनता के हित में काम करे।लोकतंत्र में जनता ही मालिक है। लोकतंत्र में किसी भी नेता की राजनीतिक समृद्धि उसके द्वारा जनता के हित में उठाए गए कदमों पर ही निर्भर है। बता दें कि 2019 में पीएम मोदी ने किसानों की आर्थिक समृद्धि के लिए ‘किसान सम्मान निधि’ की शुरुआत की थी। इस योजना के अंतर्गत किसानों को सालाना 6 हजार रुपए दिए जाते हैं। 6 हजार रुपए की यह किस्त एकमुश्त नहीं, बल्कि 2000-2000 रुपए करके दी जाती है।