चारधाम: 11 दिन में 15 लाख रजिस्ट्रेशन, यात्रा से पहले करें यह काम नहीं तो टेंशन
लखनऊ: चारधाम यात्रा को लेकर देशभर के श्रद्धालुओं में भारी उत्साह देखा जा रहा है। पंजीकरण शुरू होने के 11 दिन में ही 15 लाख 12 हजार से अधिक श्रद्धालु दर्शन के लिए पंजीकरण करा चुके हैं, जीएमवीएन की आठ करोड़ से ज्यादा की एडवांस बुकिंग हो चुकी है।
गंगोत्री, यमुनोत्री, केदारनाथ समेत चारों धामों के दर्शन करने से पहले तीर्थ यात्री ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन करवा सकते हैं। मालून हो कि चारधाम रजिस्ट्रेशन के बिना किसी भी तीर्थ यात्री को यात्रा करने की अनुमति नहीं दी जाएगी।
निगम को बुकिंग 100 करोड़ के पार पहुंचने की उम्मीद है। पिछले वर्ष करीब 55 लाख श्रद्धालुओं ने चारधाम के दर्शन किए थे। इस बार यात्रा के रिकॉर्ड स्तर पर रहने की उम्मीद की जा रही है। चारधाम यात्रा को लेकर शासन प्रशासन की ओर से इंतजाम किए जा रहे हैं।
चारधाम यात्रा को लेकर श्रद्धालुओं में भारी उत्साह दिख रहा है। पिछले 11 दिन में 1512993 श्रद्धालु अपना पंजीकरण करा चुके हैं। बड़ी संख्या में पंजीकरण के साथ ही जीएमवीएन की एडवांस बुकिंग भी 8.25 करोड़ के आंकड़े को पार कर गई है।
जीएमवीएन को इस बार बुकिंग 100 करोड़ के पार पहुंचने की है। पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने कहा कि इस बार चार धाम यात्रा के सभी पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त होंगे। पर्यटन मंत्री ने कहा कि जिस तरह बड़ी संख्या में यात्री पंजीकरण करवा रहे हैं, उससे साफ है कि इस बार नया रिकॉर्ड बनेगा
। चार धाम यात्रा में पिछले साल 54.82 लाख श्रद्धालु पहुंचे थे। इस बार यात्रा शुरू होने से पहले ही यात्रा मार्गो पर स्थित जीएमवीएन के गेस्ट हाउसों की बुकिंग में भी लगातार इजाफा हो रहा है। 22 फरवरी 2024 से अभी तक 8.25 करोड़ की बुकिंग हो चुकी है।
चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओं के लिए 15 अप्रैल से पंजीकरण शुरू किए गए हैं। अभी तक गंगोत्री के लिए 277901, यमुनोत्री 253883, केदारनाथ 521052, बदरीनाथ 436688 और हेमकुण्ड साहिब के लिए 23469 यात्रियों ने पंजीकरण करा लिए हैं।
मुख्यालय में बनाया गया स्टेट लेवल कंट्रोल रूम: चारधाम यात्रा के लिए उत्तराखंड पर्यटन विकास परिषद मुख्यालय में स्टेट लेवल कंट्रोल रूम बनाया गया है। ये कंट्रोल रूम सुबह सात बजे से रात दस बजे तक संचालित होगा।
इस कंट्रोल रूम से श्रद्धालुओं को मौसम, सड़क अवरुद्ध, बुकिंग समेत हर तरह की जानकारी मिल सकेगी। श्रद्धालु फोन नंबर 0135-1364, 0135-2559898, 0135-2552627 पर सम्पर्क कर सकते हैं।
चार धाम यात्रा के लिए ऐसे कराएं रजिस्ट्रेशन
बदरीनाथ, गंगोत्री, केदारनाथ समेत चार धाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालु पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare.uk.gov.in पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। इसके साथ ही श्रद्धालु मोबाइल ऐप touristcareuttarakhand से भी पंजीकरण करा सकते हैं।
इसके अलावा पंजीकरण का एक और विकल्प व्हाट्सअप नंबर 8394833833 पर यात्रा टाइप कर पंजीकरण हो सकता है। टोल फ्री नंबर 01351364 नंबर पर भी पंजीकरण की सुविधा दी गई है।
चारों धामों के कपाट खुलने की तारीख
श्री केदारनाथ धाम — 10 मई
श्री बदरीनाथ धाम — 12 मई
श्री गंगोत्री धाम — 10 मई
श्री यमुनोत्री धाम — 10 मई
श्री हेमकुंड साहिब धाम — 25 मई
केदारनाथ धाम में अनियोजित निर्माण का विरोध
देहरादून। केदारनाथ धाम में तीर्थ पुरोहितों के आवास और व्यवसायिक प्रतिष्ठानों को नुकसान पहुंचाने का चार धाम तीर्थ पुरोहित महापंचायत ने विरोध जताया है। महापंचायत ने भवनों के सामने गड्डे किए जाने और अनियोजित निर्माण की कार्रवाई न रुकने पर चारों धामों में भी विरोध जताने की चेतावनी दी।
केदारनाथ धाम में स्थानीय तीर्थ पुरोहितों के आवासों के सामने गड्ढा किए जाने पर महापंचायत ने विरोध जताया। महापंचायत के अध्यक्ष सुरेश सेमवाल और महासचिव डॉ बृजेश सती ने कहा कि बिना तीर्थ पुरोहितों की सहमति के कपाट बंद के दौरान स्थानीय प्रशासन ने एक तरफा कार्रवाई की।
चारों धाम में सफाई व्यवस्था पर विशेष ध्यान
पर्यटन मंत्री सतपाल महाराज ने बताया कि चारधाम यात्रा के दौरान सफाई व्यवस्था का विशेष ध्यान रखा गया जाएगा। वर्तमान में सुलभ इन्टरनेशनल संस्था के माध्यम से 1584 सीटों वाले 147 स्थाई शौचालयों की व्यवस्था है।
इसके अतिरिक्त गंगोत्री, यमुनोत्री मार्ग पर 82 सीट, रूद्रप्रयाग में विभिन्न स्थलों पर निर्मित कुल 251 सीट, चमोली यात्रा मार्ग पर 60 सीट और हेमकुंड साहिब यात्रा मार्ग पर 80 सीट स्टील फ्रेम शौचालयों का संचालन किया जा रहा है।
दर्शन को टोकन, स्लॉट की व्यवस्था
पर्यटन मंत्री ने बताया कि श्रद्धालुओं को देव दर्शनों के दौरान लम्बी कतारों और अधिक समय इंतजार न करना पड़े, इसके लिए टोकन, स्लॉट की व्यवस्था की गई है। पंजीकरण, टोकन, सत्यापन व्यवस्था को कार्यरत एजेन्सी और पर्यटन विभाग के अफसर धामों का स्थलीय निरीक्षण कर स्थान चयनित करेंगे। श्रद्धालुओं को एक घंटें से अधिक का इंतजार नहीं करना होगा।