जानिए क्या है जरासंघ के जन्म की कहानी
नई दिल्ली: वैसे तो हम सभीलोग महाभारत की कहानियो के बारे में सुनते और पड़ते आये है. महाभारत के युद्ध में बहुत सारे लोगो ने अपनी जान को गवां दिया था. पर आज हम आपको महाभारत के एक ऐसे किरदार के बारे में बताने जा रहे है जिसको पांडवों ने मारा था.हम बात कर रहे है महाभारत के महत्वपूर्ण किरदार जरासंघ के बारे में.
महाभारत में बताया गया है की जरासंध का जन्म दो माताओं की कोख से हुआ था. आइये जानते है इसके बारे में-
मगध के राजा जिनका नाम बृहद्रनाथ था, बृहद्नाथ ने दो शादिया की थी. पर उनकी दोनों पत्नियों के कोई संतान नही थी. संतान पाने की चाहत लेकर राजा और उनकी दोनों पत्निया ऋषि चंद्रकौशिक के आश्रम में जाकर उनकी सेवा करने करने लगे. तब उनकी सेवा से प्रसन्न होकर ऋषि ने उन्हें एक सेब दिया और रानी को खिलाने को कहा. राजा अपनी दोनों ही पत्नियों से बहुत प्यार करता था इसलिए उसने सेब के दो टुकड़े करके दोनों को दे दिए. सेब खाने के बाद दोनों रानियां गर्भवती हुईं.
जब रानियों को बच्चे हुए तो उन्होंने देखा की उन्होंने तो आधे-आधे बच्चो को जन्म दिया है. दोनों रानियां घबराकर अपनी संतान को जंगल में फेंक आईंं.उस जंगल में एक जरा नाम की जादूगरनी रहती थी. उसने आधे आधे बच्चो को देखा तो जादू से उस बालक के टुकड़ों को जोड़ दिया. वही बालक बड़ा होकर जरासंघ के नाम से प्रसिद्द हुआ.