जापान के लोग इतनी लम्बी उम्र तक कैसे जी पाते है, क्या आपको पता है इसका राज़?
ऐसा माना जाता है कि टेक्नोलॉजी और आधुनिक सुविधाओं ने जहां एक तरफ हमारी जिंदगी आसान बनाई हैं। वहीं दूसरी तरफ इसकी वजह से हमारी फिजिकल एक्टिविटीज कम होती जा रही हैं। क्योंकि जो काम हम पहले अपने हाथों से किया करते थे उसकी जगह आज रोबोट, मशीन और रिमोट ने ले ली है। मोटापा, डायबिटीज, कैलेस्ट्रोल, माइग्रेन, हार्ट अटैक और कैंसर जैसी गंभीर बीमारियां आज दुनिया भर के देशों में तेजी से फैल रही हैं।
लेकिन आपको ये जानकर बहुत हैरानी होगी कि जापान एक ऐसा देश है जो कि टेक्नोलॉजी और नए-नए आविष्कारों के क्षेत्र में सभी देशों से आगे होने के बावजूद भी विश्व के सबसे सेहतमंद देशों की श्रेणी में आता है। जापान में लाइव एक्सपेंसिव सबसे ज्यादा है यानी कि यहां के लोग पूरी दुनिया में सबसे लंबी उम्र तक जीवित रहने वाले लोग माने जाते हैं। कुछ सालों पहले मेलबर्न की यूनिवर्सिटी द्वारा जापान पर किए गए सर्वे में पाया गया कि जापान में करीब 50000 से ज्यादा लोग ऐसे हैं। जिनकी उम्र 100 सालों से भी ज्यादा है मोटापे की अगर बात की जाए तो जापान का ओबेसिटी रेट सबसे कम है। अगर आप जापान जाते हैं तो वहां पर आपको मोटे लोग बहुत कम देखने को मिलेंगे। जापान में आज सोने से लेकर चलने फिरने यहां तक कि खाने-पीने में भी टेक्नोलॉजी का सहारा लिया जाता है।
लेकिन फिर भी यहां के लोग इतने ज्यादा सेहतमंद कैसे हैं और वह कौन-कौन से कारण हैं जिनकी वजह से यह लोग इतनी लंबी उम्र तक जवान रहते हैं। खान-पान से लेकर डेली रूटीन लाइफस्टाइल में जापान के लोग दूसरे देश के लोगों से काफी अलग हैं और अगर इनके नियम और तरीकों को हम भी फॉलो करें तो लंबी उम्र से लेकर अच्छी त्वचा और बीमारियों से दूर रहकर अपने आप को हमेशा हेल्थी रख सकते है। आइए जानते हैं जापान के लोगों से जुड़े कुछ ऐसे सीक्रेट के बारे जिनकी बदौलत यह बिना बीमारियों के भी लंबी उम्र तक जीते रहते हैं।
चाय पीने का चलन
चाय जापान की सबसे फेवरेट है सुबह से लेकर शाम तक और अलग-अलग त्यौहार व वीकेंड पर यहां अलग-अलग तरह की चाय पी जाती है। यहां लगभग 100 तरह की चाय की पैदावार होती है और सबसे ज्यादा यहां ग्रीन टी पी जाती है। जापान में पाई जाने वाली सभी चाय हमारी चाय से कई गुना बेहतर और सेहतमंद होती है। क्योंकि यह लोग अपनी चाय में चीनी और दूध जैसी चीजों का इस्तेमाल बिल्कुल भी नहीं करते हैं।
अलग-अलग बीमारी और कमजोरियों में भी यहां ट्रेडिशनल चाय का इस्तेमाल किया जाता है। यहाँ चाय को पीने और बनाने का तरीका अलग होता है यहां तकरीबन 28 से भी ज्यादा अलग-अलग तरह की ग्रीन टी पी जाती हैं। जिसमें sencha, gyokuro, matcha, hojicha सबसे ज्यादा प्रासिद्ध है। यहां पी जाने वाली इतनी सारी अलग-अलग तरह की चाय हड्डियों से लेकर त्वचा पाचन और अंदरूनी शक्तियों को लंबी उम्र तक सेहतमंद बनाए रखने में बहुत ही महत्वपूर्ण योगदान देती है।
साथ ही एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर होने की वजह से यह शरीर को लगातार डिटॉक्स भी करती रहती है जिससे थका देने वाली हालत में भी यहां के लोग एक्टिव बने रहते हैं।
पैदल चलना
जापान में अधिकतर लोग अपने सभी कामों को करने के लिए पैदल चलना ज्यादा पसंद करते हैं। क्योंकि यह उनकी लाइफस्टाइल का एक बहुत ही खास हिस्सा है। अद्भुत तकनीकी विकास की बदौलत आज जापान के पास सुविधाओं की कमी बिल्कुल भी नहीं है। लेकिन फिर भी यहां के लोग कार खरीदने या अपने निजी वाहन से सफर करने से ज्यादा पब्लिक ट्रांसपोर्ट का इस्तेमाल करने में विश्वास रखते हैं। क्योंकि उनका मानना है की इस तरह से वह अपने आप को आलस से दूर करके हमेशा फिट रख पाते हैं।
पब्लिक ट्रांसपोर्ट यानी कि बस या ट्रेन में सफर करने के लिए उन्हें लंबे समय तक पैदल चलना पड़ता है। ट्रेन में भी कई बार खड़े रहकर ही सफर करना पड़ता है ऐसा होने से भोजन पचाने में भी आसानी होती है और शरीर का वजन भी नहीं बढ़ता।
japanese diet जापानी आहार
जापान के लोगों की सेहत पर सबसे ज्यादा उनके भोजन और खान-पान से जुड़े नियमों का प्रभाव पड़ता है इनके भोजन में कैलोरी और शुगर की मात्रा बहुत कम होती है। जिसकी वजह से इनका वजन भी नहीं बढ़ता डायबिटीज, कंट्रोल और मोटापे जैसी कई बीमारियां इनसे दूर ही रहती हैं। आइए जानते हैं जापान के लोग अपने आपको लंबी उम्र तक जीवित और खूबसूरत बनाने के लिए रेगुलर डाइट में क्या-क्या खाते हैं
सी वीड और सी फ़ूड
चाहे वेज हो या नॉनवेज जापान के लोग ज्यादातर समुंदरी यानी कि पानी में पाई जाने वाली चीजों को ही खाते हैं। समुद्र में पाए जाने वाले पौधों से लेकर हर तरह के समुद्री जीव खाने के ये लोग बहुत शौकीन होते हैं क्या आप जानते हैं समुंदरी सब्जियां जमीन पर उगने वाली सब्जियों के मुकाबले 10 गुना ज्यादा ताकतवर होती है और साथ ही मछलियों के मांस में चिकन और रेड मीट से कई गुना ज्यादा पोषक तत्व पाए जाते हैं। जापान हर साल पूरी दुनिया में फिश सप्लाई का 10 परसेंट अकेला कंज्यूम कर लेता है।
साथ ही साल भर में जापान के लोग करीब एक लाख टन सी वीड का सेवन कर लेते हैं सी वीड समुद्री पौधे होते हैं मात्र एक कप सी वीड में 5 से 10 ग्राम प्रोटीन होता है और साथ ही इन में आयोडीन और पोटेशियम की मात्रा भी भरपूर होती है। फिश की अगर बात की जाए तो यह ओमेगा 3 फैटी एसिड, विटामिन डी, विटामिन बी, कैल्शियम, मैग्नीशियम, आयरन और जिंक जैसे पोषक तत्वों से भरपूर होती है।
कहा जाता है कि समुद्री भोजन करने वाले लोगों की हड्डियां हमेशा मजबूत रहती हैं। तवचा हमेशा जवान रहती है और बाल लंबी उम्र तक काले और घने बने रहते हैं डेरी प्रोडक्ट की अगर बात की जाए तो जापानी डाइट में दूध और दूध से बनी हुई चीजों का बहुत कम सेवन किया जाता है। क्योंकि समुद्री भोजन का ज्यादा मात्रा में सेवन करने की वजह से इन्हें दूध सूट ही नहीं होता। ज्यादातर खाने वाली चीजों में मैदे और आटे का बहुत कम इस्तेमाल होता है और सब्जियों का ज्यादा से ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है।
यही वजह है कि यहां पर पेट संबंधित रोग कम देखने को मिलते हैं। रोटी, ब्रेड की जगह यहां चावल खाया जाता है और जापान के चावल हमारे यहां के चावल से कई गुना ज्यादा सेहतमंद होते हैं। सफेद चावल के अलावा यहां ब्राउन राइस और ग्रीन राइस का भी सेवन किया जाता है ये सभी चावल चर्बी बिल्कुल भी पैदा नहीं करते
खाना खाने और बनाने का तरीका
जापान में तली हुई यानि की डीप फ्राई चीजें बहुत कम खाई जाती हैं। यहां घरों में ज्यादातर भोजन स्टीम करके यानी कि भाप से बनाया जाता है। भाप में पकने से भोजन के पोषक तत्व भी बरकरार रहते हैं और स्वाद भी बना रहता है। खाना पकाने के लिए यहां सिर्फ कुकिंग मेथड अपनाई जाती है यानी कि धीमी आंच पर खाना बनाना ज्यादातर पकवान यहां पर सूप और ग्रेवी वाले होते हैं।
जापान में सूखे ड्राई स्नैक्स बहुत कम खाए जाते हैं। जापान के लोग जिस बर्तन में खाना खाते हैं उनका आकार बहुत छोटा होता है। मानो किसी बच्चे को भोजन सर्व किया जा रहा हो छोटे बर्तनों का इस्तेमाल यह लोग जानबूझकर करते हैं। क्योंकि यहां ओवर ईटिंग यानी कि जरूरत से ज्यादा खाना सही नहीं माना जाता।
छोटे बर्तनों के यूज़ से एक ही बार में ज्यादा भोजन खाने में नहीं आता और भूख भी कम भोजन से ही शांत हो जाती हैं। कम भोजन करने वाला व्यक्ति हमेशा ज्यादा एक्टिव रहता है। शरीर का ब्लड प्रेशर हमेशा नॉर्मल रहता है और उसे कभी भी दिल की बीमारियां नहीं होती।
साफ सफाई
साफ सफाई में जापान विश्व के सबसे साफ सुथरे देशों में से एक है। यहां के लोग अपनी कंट्री से दूर दूसरे देशों में भी जाते हैं तो वहां की साफ-सफाई का बहुत ध्यान रखते हैं। इनका मानना है कि साफ सफाई रखने से बीमारियां नहीं फैलती। दिमागी संतुलन बना रहता है जिससे बिना वजह होने वाली हेल्थ प्रॉब्लम से आसानी से बचा जा सकता है।
यूनिवर्सल हेल्थ केयर
जापान एक तरफ जहां अपने खान-पान को लेकर काफी सचेत है। वहीं दूसरी तरफ अच्छी सेहत को बरकरार रखने के लिए यहां के लोग रूटीन हेल्थ चेकअप भी कराते रहते हैं। शरीर में सब कुछ सही चल रहा है या नहीं या किसी तरह की कमजोरी और बीमारी आने के लक्षण तो नहीं है इन सभी बातों की जानकारी रखना उनकी आदत बन चुकी है।
यहां के लोग महीने में कम से कम 1 बार और साल में लगभग 12 बार डॉक्टर के पास अपना हेल्थ चेकअप कराने जाते हैं। तो यह थी जापान के लोगों के लंबी लंबी उम्र तक जीवित रहने से जुड़ी कुछ खास बातें। इनमें से काफी सारी आदतें तो ऐसी हैं जो हम भी अपना सकते हैं और अपने आप को पहले से ज्यादा सेहतमंद बना सकते हैं।