उत्तर प्रदेश

जिला निर्वाचन अधिकारी, बरेली ने निर्वाचन आयोग के निर्देशों पर लापरवाही बरतने वाले अधिकारी पर करायी एफ.आई.आर.

बरेली ,21 मार्च। भारत निर्वाचन आयोग के निर्देशों के क्रम में जनपद बरेली में 84 उड़नदस्ता टीम (F.S.T.) एवं 84 स्थायी निगरानी टीम (S.S.T.) को क्षेत्रवार आदर्श आचार संहिता के अनुपालन कराने की जिम्मेदारी दी गयी है। मा0 आयोग द्वारा विकसित cVIGIL ऐप पर कोई भी व्यक्ति आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन से सम्बन्धित शिकायत कर सकता है। ऐप पर प्राप्त ऐसी शिकायतों/समस्याओं का उड़नदस्ता टीम (F.S.T.) द्वारा मौक़े का भ्रमण कर त्वरित रूप से निराकरण कराना होता है। मौक़े पर निराकरण के बाद टीम के मजिस्ट्रेट द्वारा c-ViGIL ऐप में रिपोर्ट लगाना होता है, जिससे मा. आयोग को पता चल सके कि लोगों द्वारा चुनाव संबंधी शिकायत का सही तरीक़े से निस्तारण ज़िले में हो रहा है, जिससे कि चुनाव निष्पक्ष और शांतिपूर्ण तरीक़े से हो सके । ऐप में ऐसी व्यवस्था दी गई है कि ऐसा एफ़एसटी मजिस्ट्रेट का रिपोर्ट केवल  वो स्वयं अपने लॉग-इन से लगा सकते हैं और अन्य कोई वरिष्ठ अधिकारी अलग लॉग-इन से सी-विजिल  ऐप पर रिपोर्ट नहीं लगा सकता है ।
श्री विवेक वर्मा, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी, बरेली  को एक उड़नदस्ता टीम के मजिस्ट्रेट के रूप में ज़िला निर्वाचन अधिकारी बरेली के लिखित आदेश से नियुक्त किया गया था । जिसकी लिखित सूचना इन्हें दी गई थी ।  इसके बाद इन्हें अन्य उड़नदस्ता टीम के साथ तीन बार अलग अलग दिन प्रशिक्षण दिलाया गया परन्तु इसके बावजूद इनके द्वारा घोर लापरवाही बरती गयी और किसी भी निर्देश एवं प्रशिक्षण को गम्भीरता से नहीं लिया गया।
तीन बार ट्रेनिंग देने के वाबज़ूद इनके लापरवाह रवैया, ट्रेनिंग में रुचि नहीं लेने, ट्रेनिंग के दौरान अपने मोबाइल में सोशल मीडिया, वॉटसएप आदि में व्यस्त रहने के कारण ये से-विजिल से संबंधित अपने कार्यों को नहीं सीख सके। जिससे सी-विजिल पर यदि कोई शिकायतकर्ता चुनाव आदर्श आचार संहिता के उल्लंघन संबंधी शिकायत करता है, तो प्रथम रेसपोंडर के रूप में एफ़एसटी मजिस्ट्रेट के रूप में न तो ये अपनी ज़िम्मेवारी के रूप में मौक़े पर जाकर शिकायत का निस्तारण कर पाते हैं और न ही c-vigil पर रिपोर्ट दर्ज कर पाते हैं । जिससे आचार संहिता के उल्लंघन पर प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पाती है और एक तरफ़ जहां चुनाव आयोग की नाराज़गी की संभावना बढ़ती है, वहीं दूसरी तरफ़ चुनाव में शांति-भंग होने की संभावना बढ़ेगी और ज़िला प्रशासन द्वारा की गई तैयारियों के बावजूद इनकी लापरवाही के कारण चुनाव प्रभावित हो जायेगा ।
 श्री विवेक वर्मा, उप दुग्धशाला विकास अधिकारी, बरेली प्रशिक्षण के दौरान मोबाइल पर अन्य कार्यों में व्यस्त रहना पकड़े गये और सवाल-जवाब पूछे जाने पर किसी प्रकार का कोई उत्तर न दे सके। इनकी लापरवाही के कारण cVIGIL ऐप पर प्राप्त शिकायतों के निस्तारण में अक्षम होने के कारण आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होने पर प्रभावी कार्यवाही नहीं हो पा रहा है, जिससे साथ ही जिला प्रशासन की छवि भी धूमिल होने की संभावना बढ़ रही है । इस प्रकार निर्वाचन आयोग के आदेशों की अवहेलना, लापरवाही एवं शिथिलता बरतने के कारण जिला निर्वाचन अधिकारी, बरेली के निर्देश पर ट्रेनिंग टीम द्वारा उक्त F.S.T. मजिस्ट्रेट श्री विवेक वर्मा के विरूद्ध लोक प्रतिनिधित्व अधिनियम-1951 की धारा-134 तथा आई.पी.सी.-1860 की धारा 188 के अन्तर्गत एफ.आई.आर. संख्या-0042 थाना विशारतगंज में दर्ज करायी गयी है। साथ ही अन्य सभी को भी चेताया गया है कि भविष्य में चुनाव के सम्बन्ध में लापरवाही बरतने पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।                                                   बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट
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