जेएंडके में आतंकवाद पर प्रहारः आठ आतंकी भगोड़ा घोषित, एक महीने में सरेंडर न करने पर संपत्ति होगी कुर्क
श्रीनगर: केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में फिर से पैर पसराने की कोशिश कर रहे आतंकियों पर शिकंजा कसना शुरू कर दिया। कोर्ट ने बारामुला के आठ आतंकियों को भगोड़ा घोषित कर दिया है। ये आतंकी पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में हैं और वहीं से बारामुला, कुपवाड़ा समेत वादी के विभिन्न हिस्सों में अपने स्थानीय नेटवर्क के जरिए आतंकी गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं।
जानकारी देते हुए जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रवक्ता ने बताया कि जिन आठ आतंकियों को भगोड़ा घोषित किया गया है, वह उड़ी सेक्टर में एलओसी के साथ सटे गांवों के रहने वाले हैं। यह सभी बीते 28 वर्ष से पाकिस्तान और गुलाम जम्मू-कश्मीर में हैं। उससे पहले यह कश्मीर में ही सक्रिय थे और सुरक्षाबलों का दबाव बढ़ने पर अपनी जान बचाने के लिए एलओसी पार भाग गए थे।
भगोड़ा आतंकियों में उड़ी के कंडी बरजाला के रहने वाले मोहम्मद आजाद और नसीर अहमद, जबला उड़ी का करीम दीन, बड़ा गोहालन का मोहम्मद हफीज मीर, मीर अहमद और शौकत अहमद पोसवाल, दर्दकूट उड़ी का बशीर अहमद आवान और सौहारा का रहने वाला हद बट शामिल हैं।
इन आतंकियों के घरों और गांव में उन्हें भगोड़ा करार देने संबंधी नोटिस चिपकाया गया है। साथ ही एक माह के अंदर आत्मसमर्पण करने को कहा है। सरेंडर नहीं करने पर सभी आतंकियों की संपत्ति को कुर्क किया जाएगा।