उत्तर प्रदेश

टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के 9 मिलियन डॉलर के बजट वाले सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज में वैश्विक चुनौतियों की मेजबानी के लिए वाराणसी, डेट्रॉइट और वेनिस चयनित

मेजबान शहर वाराणसी, डेट्रॉइट और वेनिस चुनौतियों के लिए स्थानीय नवाचार विकसित करने और विशिष्ट गतिशीलता जरूरतों को पूरा करने के उद्देश्य से टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन, चैलेंज वर्क्स और वर्ल्ड रिसोर्सेस इंस्टीट्यूट के साथ मिलकर काम कर रहे हैं
चैलेंज को आगामी सप्ताहों में लॉन्च किया जाएगा, जिसमें शहर द्वारा पहचानी गई गतिशीलता बाधाओं को दूर करने के लिए दुनिया भर के इनोवेटर्स को आमंत्रित किया जाएगा

वाराणसी, उत्तर प्रदेश, 30 मई, 2024: टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज के तहत वाराणसी, डेट्रॉइट और वेनिस का चयन मेजबानी के लिए किया गया है। 9 मिलियन डॉलर के ग्लोबल बजट के साथ, इस पहल का लक्ष्य दुनिया भर के शहरों में रहने वाले लोगों के जीवन को बेहतर बनाना है। इससे इन प्रतिष्ठित और विकसित हो रहे शहरों को स्थायी गतिशीलता की दिशा में तेजी लाने में मदद मिलेगी। साथ ही, वे अधिक स्वस्थ और सुरक्षित शहर बन सकेंगे और लोगों के लिए अपने समुदाय में घूमना, काम या स्कूल आवागमन और प्रोडक्ट्स तथा सर्विसेस तक आसान पहुँच प्राप्त करना अधिक सुविधाजनक हो जाएगा। भारत, इटली और अमेरिका के इन शहरों को 10 शहरों में से शॉर्टलिस्ट कर चुना गया है, जिसकी घोषणा नवंबर 2023 में की गई थी।

जून 2023 में पहली बार शहरों के लिए उक्त कार्यक्रम शुरू होने के बाद दुनिया भर के 46 देशों के 150 से अधिक शहरों ने इस चैलेंज में हिस्सा लिया। इस सिटी चैलेंज को अगले दो महीनों में लॉन्च किया जाएगा, जो ग्लोबल इनोवेटर्स को अपने समाधान प्रदर्शित करने के लिए प्रति शहर फंडिंग में 3 मिलियन डॉलर की हिस्सेदारी लेने के लिए आमंत्रित करेगा।

उन तीन शहरों के बारे में, जिन्हें मेजबान शहर के रूप में चुना गया है:
वाराणसी, उत्तर प्रदेश, भारत
वाराणसी को मेजबान शहर के रूप में जून 2024 के अंत में लॉन्च किया जाएगा। उत्तरी भारत में गंगा नदी के तट पर स्थित वाराणसी को भारत की ‘आध्यात्मिक राजधानी’ के रूप में जाना जाता है। यह एक लोकप्रिय तीर्थस्थल है, जो न सिर्फ पूरे भारत, बल्कि विदेशों से आने वाले पर्यटकों को भी खूब आकर्षित करता है। हालाँकि, आगंतुकों की संख्या में वृद्धि आस्था और संस्कृति को समृद्ध करने में अभूतपूर्व योगदान दे रही है। लेकिन, अधिक आमद कहीं न कहीं भारी भीड़ और सुरक्षा चिंताओं को बढ़ावा देने की भी वजह है। ऐसे में, वाराणसी सिटी चैलेंज का उद्देश्य ऐसे उन्नत टेक्नोलॉजी और डिज़ाइन समाधानों की तलाश करना है, जो वाराणसी के पुराने शहर (काशी) के भीड़-भाड़ वाले क्षेत्रों को धार्मिक पर्यटकों, स्थानीय निवासियों और कमजोर आबादी के लिए सुरक्षित और अधिक सुलभ बनाने में योगदान दे।

श्री अक्षत वर्मा, आईएएस, नगर आयुक्त / मुख्य कार्यकारी अधिकारी, वाराणसी नगर निगम / वाराणसी स्मार्ट सिटी, ने कहा, “टोयोटा मोबिलिटी फाउंडेशन के सस्टेनेबल सिटीज़ चैलेंज में हिस्सा लेना वाराणसी के लिए किसी रोमांचक अवसर से कम नहीं है। यह पहल हमें अपने शहर के भीतर गतिशीलता बढ़ाने के लिए टेक्नोलॉजी और डिज़ाइन समाधान तलाशने का एक मूल्यवान अवसर प्रदान करती है, जिससे निश्चित ही शहर के लोगों और पर्यटकों की बढ़ती संख्या दोनों को उचित लाभ मिल सकेंगे। इनोवेटर्स के साथ साझेदारी करके, हमारा लक्ष्य वाराणसी को शीर्ष वैश्विक पर्यटन स्थल के रूप में पहचान दिलाना है। इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए हम टीएमएफ, उनके भागीदारों और विशेषज्ञों के साथ मिलकर काम करने को लेकर काफी उत्साहित हैं।”

वाराणसी सिटी चैलेंज जून 2024 के अंत में शुरू होगा।

डेट्रॉइट, मिशिगन, संयुक्त राज्य अमेरिका
डेट्रॉइट को मेजबान शहर के रूप में 29 मई, 2024 को लॉन्च किया जाएगा। डेट्रॉइट को दुनिया भर में ‘मोटर सिटी’ के नाम से जाना जाता है, जो स्थायी गतिशीलता के लिए प्रतिबद्ध है। शहर ऐसे इनोवेटर्स की तलाश कर रहा है, जो स्वच्छ और लागत प्रभावी गतिशीलता समाधान पेश करने में मदद कर सकें।

यह चुनौती पूर्वी क्षेत्र पर केंद्रित है, जो देश का सबसे बड़ा खाद्य उत्पादन और वितरण केंद्र है। आवास और वाणिज्य में अपनी बढ़ती उपस्थिति को देखते हुए, शहर का लक्ष्य ऐसे समाधानों की तलश करना है, जो इसके विस्तार के साथ ही साथ पूर्वी क्षेत्र समुदाय के स्वास्थ्य और कल्याण को भी बढ़ावा दें। विशेष रूप से, डेट्रॉइट सिटी चैलेंज का उद्देश्य स्वच्छ माल प्रौद्योगिकियों के लिए क्षमता और अवसरों को बढ़ावा देना है, ताकि …

नोट: अगर आपको यह खबर पसंद आई तो इसे शेयर करना न भूलें, देश-विदेश से जुड़ी ताजा अपडेट पाने के लिए कृपया The Lucknow Tribune के  Facebook  पेज को Like व Twitter पर Follow करना न भूलें... -------------------------
E-Paper