डीएम की अध्यक्षता में दुग्ध मिशन के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु डिस्ट्रिक्ट एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक सम्पन्न
रायबरेली, 17 अक्टूबर । जिलाधिकारी हर्षिता माथुर की अध्यक्षता में सोमवार को बचत भवन सभागार में नन्द बाबा दुग्ध मिशन के क्रियान्वयन एवं अनुश्रवण हेतु जिला स्तर पर गठित डिस्ट्रिक्ट एग्जीक्यूटिव कमेटी की बैठक में जिलाधिकारी ने नन्द बाबा दुग्ध मिशन योजना अंतर्गत जनपद में संचालित नंदिनी कृषक समृद्धि योजना, प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना तथा दुग्ध समितियों के गठन की समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान उप दुग्धशाला विकास अधिकारी विकास बालियान ने बताया कि नन्द बाबा दुग्ध मिशन के अन्तर्गत प्रदेश के बाहर से स्वदेशी उन्नत नस्ल की गाय के क्रय को प्रोत्साहित करने हेतु उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा योजना शुरू की गयी है। इस योजना के अन्तर्गत स्वदेशी गार्याे यथा-गिर, साहीवाल, हरियाणा, गंगातीरी एवं थारपारकर प्रजाति में नस्ल सुधार, उनकी बेहतर देखभाल, गुणवत्ता युक्त पोषण एवं स्वास्थ्य प्रतिरक्षा के प्रति अपेक्षित जागरूकता के साथ-साथ स्वदेशी नस्ल की गायों की दुग्ध उत्पादकता में वृद्धि के लिए पशुपालकों को प्रोत्साहित करने की योजना है।
मुख्यमंत्री प्रगतिशील पशुपालक प्रोत्साहन योजना के अन्तर्गत गिर, साहीवाल, थारपारकर, हरियाणा एवं गंगातीरी नस्ल की गायों का प्रतिदिन दुग्ध उत्पादन उच्च स्तर का होने पर (निर्धारित मानकों के अनुसार) चयनित गौ पालकों को रुपये 10 हजार अथवा रुपये 15 हजार की प्रोत्साहन धनराशि एवं प्रशस्ति पत्र दिया जायेगा। इस योजना के अंतर्गत एक गाय के जीवन काल में केवल एक बार प्रोत्साहन का लाभ पशुपालक को देने का प्रावधान है। यह पुरस्कार गायों के प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय व्यात के लिए लागू है। प्रगतिशील गौ पालक को अधिकतम 2 गाय प्रति पशु पालक के लिए केवल एक बार प्रोत्साहन का लाभ अनुमन्य होगा। यह योजना केवल व्यक्तिगत लाभार्थी हेतु अनुमन्य है। इस योजना का लाभ लेने के लिए पशु पालक को आवेदन पत्र गाय की ब्यांत की तिथि से 45 दिन के अन्दर प्रस्तुत करना होगा। जिलाधिकारी ने जिले में योजना के क्रियान्वयन को लेकर उप दुग्धशाला विकास अधिकारी को निर्देश दिए हैं कि सभी विकास खंडों में दुग्ध समितियों का गठन सुनिश्चित करा लिया जाए और प्रत्येक पात्र पशुपालक को इस योजना से लाभान्वित कराया जाए।