दिल्ली में नशीले पदार्थों की बिक्री के खिलाफ संघर्ष में 8 पुलिसकर्मी घायल
नई दिल्ली । दिल्ली के अशोक विहार में नशीले पदार्थों की बिक्री के खिलाफ जुटी करीब 150 लोगों की भीड़ ने पुलिस पर हमला कर दिया जिसमें 8 पुलिसकर्मी घायल हो गए। वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने कहा है कि, यह एक निजी मामला था जो बाद में दंगे जैसी स्थिति में बदल गया। अधिकारियों में से एक के अनुसार, प्रेम बारी पुल के पास एक पुलिस गश्ती दल ने रात बुधवार की रात लगभग 10.30 बजे एओ ब्लॉक शालीमार बाग के पास लोगों की एक भीड़ देखी।
इसी दौरान इलाके में ट्रैफिक जाम को लेकर पीसीआर कॉल भी आई। अधिकारी ने कहा, “एसआई प्रेम प्रकाश अपने साथ के कर्मचारियों के साथ तुरंत सभा स्थल पर पहुंचे। शालीमार बाग और आसपास के पुलिस थानों की स्थानीय पुलिस भी मौके पर पहुंच गई। जिला रिजर्व और पुलिस बल भी जुटाए गए।”
अधिकारी ने बताया कि, पूछताछ के दौरान पता चला कि 23 वर्षीय संतोष का बस स्टैंड के पास खड़े तीन नशेड़ियों से झगड़ा हो गया। इसके बाद संतोष ने इलाके के स्थानीय लोगों को बुलाया, जो मौके पर पहुंचे और ट्रैफिक जाम कर दिया।
अधिकारी ने आगे कहा, “वे उत्तेजित हो रहे थे और आक्रामक रूप से नारे भी लगा रहे थे। पुलिस ने लगभग 150-180 लोगों की भीड़ को शांत करने की कोशिश की, लेकिन वे यातायात के प्रवाह को बाधित करने लगे और सड़क पर बैठ गए। पुलिस ने उन्हें हटाने की कोशिश की। कुछ बदमाशों ने राहगीरों और पुलिस कर्मियों पर पथराव और बोतलों का सहारा लिया। उन्होंने एक ट्रैफिक मोटरसाइकिल में भी आग लगाने की कोशिश की लेकिन आग पर तुरंत काबू पा लिया गया। उन्होंने तीन से चार पुलिस वाहनों के शीशे भी तोड़ दिए।”
हल्के लाठीचार्ज का सहारा लेकर स्थिति पर काबू पाया गया।
घायल हुए आठ पुलिस कर्मियों सहित नौ लोगों को इलाज के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। धारा 186, 353, 332, 147, 148, 149, 307, 308 आईपीसी और 3, 4 सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान अधिनियम के तहत प्राथमिकी दर्ज की गई है।
पुलिस अब तक इस मामले में शामिल होने के आरोप में 27 लोगों को हिरासत में ले चुकी है।