दूध उबल कर गिरना ‘शगुन’ है या ‘अपशगुन’, वजह जानकर रह जाएंगे हैरान
दूध एक अपारदर्शी सफेद द्रव है जो मादाओं के दुग्ध ग्रन्थियों द्वारा बनाया जता है। नवजात शिशु तब तक दूध पर निर्भर रहता है जब तक वह अन्य पदार्थों का सेवन करने में अक्षम होता है। साधारणतया दूध में ८५ प्रतिशत जल होता है और शेष भाग में ठोस तत्व यानी खनिज व वसा होता है।
गाय-भैंस के अलावा बाजार में विभिन्न कंपनियों का पैक्ड दूध भी उपलब्ध होता है। दूध प्रोटीन, कैल्शियम और राइबोफ्लेविन (विटामिन बी -२) युक्त होता है, इनके अलावा इसमें विटामिन ए, डी, के और ई सहित फॉस्फोरस, मैग्नीशियम, आयोडीन व कई खनिज और वसा तथा ऊर्जा भी होती है।
इसके 4 खास मतलब होते है:
1. ज्योतिषशास्त्र व पौराणिक लोगो की मानें तो दूध उबालते समय बर्तन से बाहर गिर जाए तो इसका सीधा प्रभाव धन, किस्मत, मान सम्मान पर होता है। दूध का गिरना यह संकेत है कि घर में बहुत जल्द धन, मान, सम्मान जमीन आदि की बहुत बड़ी हानि होने वाली है।
2. दूध गिरने लगे तो घर में लड़ाई झगड़ा, परिवार मे बहस, आपसी संबंधों में खटास पैदा होती है।
3. उबालते समय दूध गिर जाए तो इसका शास्त्रों के मुताबिक यह मतलब होता है कि कुछ ही समय में घर में एक बहुत ही बड़ी एक समस्या व विपदा आने वाली है और जल्द से जल्द सब सतर्क हो जाये।
4. दूध का गिरना यानी घर मे धन से जुड़ी कोई बड़ी समस्या उजागर होना। घर परिवार में किसी बड़े व्यक्ति का कार्य या व्यापार संकट में हो सकता है।