नए साल में 9 मंत्रों से पूरी होगी मनोकामना और खूब बढ़ेगा सुख-सौभाग्य
सनातन परंपरा में प्रतिदिन की जाने वाली पूजा का बहुत महत्व है. मान्यता है कि प्रतिदिन देवी-देवताओं की विधि-विधान से साधना-आराधना करने से व्यक्ति के बड़े से बड़े संकट पलक झपकते दूर हो जाते हैं. हिंदू धर्म में देवी-देवताओं के आशीर्वाद को पाने के लिए मंत्र जप को महाउपाय बताया गया है. मान्यता है कि मंत्रों का जप करने और उसको सुनने से व्यक्ति को मानसिक और आत्मिक शक्ति प्राप्त होती है. ऐसे में यदि आप नए साल में अपनी सभी कष्टों को दूर और मनोकामनाओं को पूरा करना चाहते हैं तो आपको प्रतिदिन इस लेख में दिए गए चमत्मकारी एवं सिद्ध मंत्रों का जाप प्रतिदन सच्चे मन से जरूर करना चाहिए.
1. कार्य में सफलता दिलाने वाला मंत्र
हिंदू धर्म में किसी भी कार्य की शुरुआत में भगवान श्री गणेश जी की पूजा और उनके मंत्र का जाप अवश्य किया जाता है, बल्कि सही कहें तो किसी भी कार्य की शुरुआत ही श्रीगणेश करना कहलाती है. ऐसे में साल 2023 की शुरुआत श्री गणेश जी के मंत्र ‘श्री गणेशाय नम:’ अथवा ‘ॐ गं गणपतये नम:’ से करें और सभी कार्य में शुभता और सफलता पाने के लिए प्रतिदिन इस मंत्र का एक माला जाप अवश्य करें.
2. सुख-शांति बढ़ाने वाला मंत्र
सनातन परंपरा में सुख और शांति को पाने के लिए शांति पाठ को बहुत ज्यादा शुभ और फलदायी माना गया है. ऐसे में आपको नए साल में प्रतिदिन ‘ॐ द्यौ: शान्तिरन्तरिक्षॅं शान्ति:, पृथ्वी शान्तिराप: शान्तिरोषधय: शान्ति:. वनस्पतय: शान्तिर्विश्र्वे देवा: शान्तिर्ब्रह्म शान्ति:, सर्वॅंशान्ति:, शान्तिरेव शान्ति:, सा मा शान्तिरेधि.. ॐ शान्ति: शान्ति: शान्ति:’ मंत्र का जाप प्रतिदिन करना चाहिए.
3. धन का भंडार भरने वाला कुबेर मंत्र
हिंदू धर्म में भगवान कुबेर को धन का देवता माना गया है. जिनकी कृपा से धन का भंडार हमेशा भरा रहता है. ऐसे में भगवान कुबेर का मनचाहा आशीर्वाद पाने के लिए अपने घर की उत्तर दिशा में कुबेर भगवान की फोटो लगाकर उनके मंत्र ‘ॐ यक्ष राजाय विद्महे, वैश्रवणाय धीमहि, तन्नो कुबेराय प्रचोदयात्’ का कम से कम एक माला जप अवश्य करें. इस मंत्र के जाप से आपके घर में हमेशा धन का भंडार भरा रहेगा.
4. अच्छी सेहत दिलाने वाला मंत्र
यदि आपकी सेहत अक्सर खराब रहती है या फिर आपका कोई रोग आपके शारीरिक एवं मानसिक कष्ट का बडृा कारण बना हुआ है तो आपको उससे निजात पाने के लिए प्रतिदिन भगवान धनवंतरि के मंत्र ‘ॐ नमो भगवते धन्वंतराय विष्णुरूपाय नमो नमः’ का जप करना चाहिए. इसके साथ आप रोग, शोक आदि को दूर करने के लिए भगवान शिव या हनुमान जी की चालीसा का पाठ भी कर सकते हैं.
5. सभी संकटों से बचाने वाला मंत्र
यदि आपको लगता है कि आप हर समय किसी न किसी बड़े संकट से घिरे रहते हैं या फिर आपको अपनी जान का खतरा बना रहता है तो ऐसे सभी भय और बाधाओं को दूर करने वाला भगवान शिव का महामृत्युंजय मंत्र ‘ॐ हौं जूं सः ॐ भूर्भुवः स्वः ॐ त्र्यम्बकं यजामहे सुगन्धिं पुष्टिवर्धनम् उर्वारुकमिव बन्धनान्मृत्योर्मुक्षीय मामृतात् ॐ स्वः भुवः भूः ॐ सः जूं हौं ॐ’ का प्रतिदिन एक माला जप अवश्य करना चाहिए.
6. सभी कामनाओं को पूरा करने मंत्र
हिंदू धर्म में माता गायत्री को सभी कामनाओं को पूरा करे सुख-समृद्धि प्रदान करने वाली देवी माना गया है. मान्यता है कि प्रतिदिन उनके पावन मंत्र ‘ॐ भूर्भव: स्व: तत्सवितुर्वरेण्यं भर्गो देवस्य धीमहि धियो यो न: प्रचोदयात्’ का जाप करने पर व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं शीघ्र ही पूरी होती हैं.
7. कर्ज से मुक्ति दिलाने वाला मंत्र
यदि आपके जीवन में कर्ज का मर्ज बढ़ गया है और लाख कोशिशों के बाद भी आप उससे मुक्ति नहीं पा रहे हैं तो नए साल पर आप इससे छुटकारा पाने के लिए प्रतिदिन भगवान श्री गणेश के मंत्र ‘ॐ हृीं श्रीं क्लीं चिट चिट, गणपति-वर वर देयं, मम वांछितार्थ कुरु कुरु स्वाहा’ अथवा भगवान शिव के मंत्र ‘ॐ ऋणमुक्तेश्वर महादेवाय नम’ का प्रतिदिन जाप करें. इसके अलावा प्रत्येक मंगलवार के दिन ऋण मोचक मंगल स्तोत्र का पाठ करने से भी सभी कर्ज जल्द ही खत्म हो जाते हैं.
8. बुद्धि को बढ़ाने वाला मंत्र
यदि आप किसी परीक्षा या फिर प्रतियोगिता की तैयारी में जुटे हुए हैं तो उसमें मनचाही सफलता पाने और अपनी बुद्धि, विवेक और स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए प्रतिदिन मां सरस्वती के मंत्र ‘या देवी सर्वभूतेषु बुद्धिरूपेणसंस्थिता, नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमस्तस्यै नमो नम:’ का प्रतिदिन जप जरूर करें.
9. मनोकामना को पूरा करने और मोक्ष दिलाने वाला मंत्र
सनातन परंपरा में भगवान विष्णु को पूरे जगत का पालनहार माना गया है, जिनकी पूजा से व्यक्ति की सभी मनोकामनाएं पूरी होती हैं और सुख, समृद्धि और सौभाग्य बढ़ता है. ऐसे में नए साल में सभी प्रकार के कल्याण की कामना को पूरा करने के लिए प्रतिदिन ‘ॐ नमो भगवते वासुदेवाय’ मंत्र का जप अथवा विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ प्रतिदिन जप जरूर करें.