नाम, शक्ल, लंबाई सबकुछ सेम, जब दोनों ने कराया DNA टेस्ट तो सामने आई ये सच्चाई
आमतौर पर हमें ऐसे लोग मिल जाते हैं, जिनमें काफी समानताएं देखने को मिलती हैं. मगर अब जो मामला सामने आया है, उसमें दो लोगों के बीच इतनी समानताएं हैं कि गिनते-गिनते आपकी उंगलियां कम पड़ जाएंगी. हम ऐसे दो लोगों के बारे में बताने जा रहे हैं, जो न केवल एक जैसे दिखते हैं बल्कि उनका नाम, शकल, नौकरी, पेशा समेत कई चीजें एक समान हैं.
इन सबमें हैरानी की बात ये है कि दोनों ही शख्स अंजान हैं. हम आपको 32 साल के ब्रैडी फिएगल और 27 साल के ब्रैडी फिएगल की कहानी बताने जा रहे हैं. ये दोनों ही लीग बेसबॉल पिचर हैं.
ब्रैडी फिएगल कई साल तक कन्फ्यूज होते रहे लेकिन जब एक दिन वो एक दूसरे के सामने आए तब जाकर उन्हें अपने कई सवालों का जवाब मिला. दोनों ही अलग-अलग टीम के लिए खेलते हैं. जब लंबाई मापी गई तो ये 6 फीट 4 इंच के थे, दोनों के ही लाल रंग के बाल हैं और दोनों ही चश्मा पहनते हैं. साल 2015 में दोनों एक बार फिर कन्फ्यूज हुए, जब इनमें से एक अपनी कोहनी की सर्जरी करवा चुका था और दूसरा करवाने वाला था, लेकिन डॉक्टर एक ही थे.
सर्जरी करा चुके ब्रैडी ने कहा, ‘मैंने 6-7 महीने पहले ही सर्जरी करवाई थी लेकिन मेरे ट्रेनर के पास फोन आया कि मैं सर्जरी कराने के लिए कब तक आऊंगा. उन्होंने अगले दिन आने के लिए पूछा.’
इसके बाद उन्हें पता चला कि कोई उनके ही जैसा शख्स है, जिसकी वजह से उन्हें बार-बार हर जगह कन्फ्यूजन होती है. सर्जरी वाले फोन कॉल के बाद दोनों को एक दूसरे का पता चला. फिर कुछ साल बाद 2017 में एक बार फिर कन्फ्यूजन हुई, जब मिसूरी यूनिवर्सिटी की बेसबॉल टीम ने जन्मदिन की बधाई देने के लिए गलत ब्रैडी फिएगल को ट्विटर पर टैग कर दिया. तब टीम के ही एक अन्य खिलाड़ी ने बताया कि आपने गलत ब्रैडी फिएगल को टैग कर दिया है. अब सारी कन्फ्यूजन को दूर करने के लिए इन्होंने डीएनए टेस्ट करवाया.
डीएनए टेस्ट कराने से पहले दोनों ही काफी उत्सुक थे लेकिन नतीजों में पता चला कि इनके बीच किसी तरह का बायोलॉजिकल कनेक्शन नहीं है. मतलब ये कि दोनों बिछ़ड़े हुए जुड़वां भाई नहीं हैं. हालांकि उम्र में 5 साल का फासला होने के बावजूद भी इन्हें एक दूसरे से जुड़ाव महसूस होता है. नतीजे चाहे जो भी आए हों, दोनों ही एक दूसरे को भाई मानते हैं. ब्रैडी फिएगल इतनी समानता वाले दुनिया में अकेले नहीं हैं बल्कि अगस्त 2022 की एक स्टडी में पता चला था कि लोगों में कई समानताएं हो सकती हैं लेकिन उनके बीच जेनेटिक समानताएं होना जरूरी नहीं है. ये स्टडी 32 लोगों पर की गई थी.