पटना में अलविदा की नमाज के बाद अतीक अहमद के समर्थन में लगे नारे
बता दें कि इससे पहले महाराष्ट्र के बीड में भी बुधवार को कुछ लोगों ने गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ अहमद के समर्थन में पोस्टर लगाया था. इस विवादित पोस्टर के बारे में जानकारी होते ही पुलिस ने एक्शन लेते हुए चार लोगों के खिलाफ केस दर्ज कर गिरफ्तार किया था. पोस्टर में अतीक और अशरफ को शहीद बताया गया था.
अतीक की कब्र पर तिरंगा रखने वाले कांग्रेस नेता 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए
महाराष्ट्र में पोस्टर देखकर भड़क गए थे लोग, शिकायत के बाद पुलिस ने लिया था एक्शन
गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ के समर्थन में महाराष्ट्र के बीड जिले के माजलगांव के चौक पर एक बैनर लगाया गया था. उस बैनर में अतीक अहमद को शहीद लिखा गया था. इसके बाद जब लोगों ने देखा तो वे भड़क गए. शिकायत होने के बाद पुलिस ने बैनर को हटा दिया. विश्व हिंदू परिषद व बजरंग दल की ओर से आंदोलन किए जाने के बाद पुलिस ने दो लोगों को हिरासत में लिया था.
वहीं यूपी में अतीक अहमद और अशरफ की हत्या के बाद अलविदा की नमाज को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किए हैं. बड़ी संख्या में पुलिस और खुफिया विभाग जगह-जगह चेकिंग कर रहा है. सतर्कता के लिए पर्याप्त पुलिस बल देहात और शहर क्षेत्र में तैनात है. अफसरों का कहना है कि कल ईद है. इससे पहले आज पुलिस का रिहर्सल हो जाएगा. पूरी तैयारी है. यूपी में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि सड़क पर नमाज नहीं होगी. यहां ऐसा कोई कल्चर भी नहीं है.
वहीं प्रयागराज की बात करें तो शहर में जुमे की नमाज को लेकर सर्वाधिक संवेदनशीलता बनी रही.
शहर की जामा मस्जिद से लेकर करेली, कसारी मसारी, अटाला, चकिया, बमरौली, मरियाडीह व आटवा इलाके में भारी संख्या में पुलिस तैनात है. यहां 10 कंपनी RAF, 25 कंपनी पीएसी प्रयागराज कमिश्नरेट में तैनात है.
इसी के साथ सादे कपड़ों में LIU और इंटेलिजेंस के लोग सक्रिय हैं. प्रयागराज पुलिस कमिश्नर रमित शर्मा, जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर आकाश कुलहरी ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के निर्देश दिए.
प्रयागराज में अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार रात तीन आरोपियों ने गोली मारकर हत्या कर दी. तीनों हमलावर पत्रकार बनकर पहुंचे थे, और उस समय गोली मारी जब पुलिस अतीक और अशरफ को मेडिकल के लिए लेकर जा रही थी. घटना के बाद पुलिस ने तीनों हमलावरों को पकड़ लिया. माफिया अतीक अहमद के खिलाफ उत्तर प्रदेश में 100 से ज्यादा आपराधिक मामले दर्ज थे.
एसटीएफ की टीम पिछले डेढ़ महीने से असद अहमद और गुलाम को ट्रेस कर रही थी. यह एनकाउंटर यूपी एसटीएफ के डिप्टी एसपी नवेंदु और डिप्टी एसपी विमल की अगुवाई में हुआ था. असद पर पांच लाख का इनाम था. Asad और शूटर मो. गुलाम के पास से एक ब्रिटिश Bull Dog Revolver और Walhther Pistol बरामद की गई थी.
अतीक अहमद और अशरफ की हत्या करने वाले तीनों शूटर यूपी के अलग-अलग जिलों के रहने वाले हैं. अतीक और अशरफ को गोली मारने वाला शूटर लवलेश तिवारी बांदा का रहने वाला है, जबकि अरुण मौर्य कासगंज का निवासी है. वहीं तीसरा आरोपी सनी हमीरपुर का रहने वाला है. अब तक की पूछताछ में तीनों आरोपियों ने इन्हीं जिलों का निवासी बताया है. तीनों आरोपी अतीक और अशरफ की हत्या के मकसद से ही प्रयागराज पहुंचे थे.