पिछले 30 साल से इस पहाड़ी पर अकेला रह रहा है यह शख्स, हैरान कर देगी वजह
हर कोई चाहता है कि उसका अपना घर हो जहां वो आराम से अपने परिवार के बीच जिंदगी बिता सके। आलीशान हो या छोटा घर तो घर होता है लेकिन इसी बीच एक खबर निकल कर सामने आई है जो बेहद चौकानें वाली है।
एक शख्स ऐसा भी है जो एक वीरान टापू पर अकेला रह रहा है। जॉर्जिया का कात्सखी पिलर सदियों से वीरान पड़ा है, लेकिन इस पिलर पर एक शख्स पिछले 30 सालों से अपना आशियाना बनाए हुए है। वो वहां बिल्कुल अकेला रहता है।
जॉर्जिया के कात्सखी पिलर की ऊंचाई 130 फीट है। ये पिलर एक घाटी में अकेला खड़ा है। इस पिलर पर मैक्जिम नाम का एक क्रिश्चियन सेंट अकेला रहता है। यहां अकेले रहने की कल्पना भी डरावनी लगती है लेकिन 66 साल के मैक्जिम इस पिलर पर पिछले 30 साल से रह रहे हैं।
ये पिलर बिल्कुल डरावनी की तरह है। उसका का कहना है कि इस खतरनाक दिखने वाले पहाड़ ही चोटी पर रहते हुए वह ईश्वर के और करीब पहुंच गए हैं। बता दें कि वे एक क्रिश्चियन साधू हैं जिन्हें मोंक कहा जाता है।
उनका पूरा नाम मैक्जिम काव्टारड्जे है। वहींयह शख्स सप्ताह में सिर्फ दो बार ही नीचे उतरता है। यहां 131 फीट की सीढ़ियां बनाई गई हैं, जहां से लोग चढ़ और उतर सकते हैं। इस पहाड़ी पर चढ़ने में करीब 20 मिनट का समय लगता है। इस पहाड़ी को ‘कात्स्खी पिलर’ के नाम से जाना जाता है।
मेक्जिम का कहना है कि उनकी जरूरतो का समाना उनके चाहने वाले उन तक पहुंचा देते हैं। खंभे की तरह दिखने वाले पहाड़ की चोटी पर एक छोटा-सा कॉटेज है। उसी में एक प्रार्थना कक्ष है। कुछ प्रीस्ट्स और कुछ परेशान युवा वहां कभी-कभार आकर प्रार्थना करते हैं।
मोंक बनने से पहले मैक्जिम क्रेन ऑपरेटर का काम करते थे। वे बताते हैं कि युवावस्था में वे शराब और ड्रग्स के आदी थे। फिर इस चक्कर में एक बार जेल जाने के बाद उन्होंने अपना जीवन बदलने का निर्णय लिया और मोंक बन गए।