प्रधानमंत्री की यात्रा के विरोध का आह्वान, कई नेता हिरासत में
विशाखापत्तनम । विशाखापत्तनम में पुलिस ने शनिवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की यात्रा का विरोध करने के आह्वान को देखते हुए विशाखापत्तनम उक्कू परिक्षण पोराटा समिति (वीयूपीपीसी) और वाम दलों के नेताओं और सदस्यों को एहतियातन हिरासत में ले लिया। विशाखापत्तनम स्टील प्लांट (वीएसपी) के निजीकरण के केंद्र के कदम के खिलाफ जारी आंदोलन की अगुवाई कर रही वीयूपीसीसी ने प्रधानमंत्री की यात्रा के दौरान विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है।
मोदी शुक्रवार की रात बंदरगाह शहर में शिलान्यास करने या कई विकास परियोजनाओं का उद्घाटन करने पहुंचे। वीयूपीसीसी ने केंद्र से संयंत्र के निजीकरण के अपने कदम को वापस लेने की मांग के लिए तीन दिवसीय विरोध प्रदर्शन का आह्वान किया है। इसके तहत शनिवार को प्लांट के गेट पर बैठक समेत कई कार्यक्रमों की रूपरेखा तैयार की गई है।
पुलिस ने शुक्रवार को वीयूपीसीसी के कुछ नेताओं और सदस्यों और वीएसपी के कर्मचारियों को उस समय गिरफ्तार किया, जब उन्होंने प्लांट के निजीकरण के खिलाफ धरना दिया। संगठन ने काम के बड़े पैमाने पर बहिष्कार का आह्वान किया और कर्मचारियों से धरने में शामिल होने का आग्रह किया है। कुछ कर्मचारियों ने अपने परिवार के सदस्यों के साथ विरोध प्रदर्शन में भाग लिया। हाथों में तख्तियां लिए उन्होंने मांग की कि प्रधानमंत्री मोदी संयंत्र के निजीकरण के कदम को वापस लेने की घोषणा करें।
उन्होंने कहा कि निजीकरण सैकड़ों श्रमिकों और उनके परिवारों के हितों के लिए एक झटका होगा। पुलिस ने वीयूपीसीसी और वाम दलों के नेताओं समेत करीब 50 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया। वीयूपीसीसी के अध्यक्ष नरसिंह राव ने गिरफ्तारी के लिए वाईएसआर कांग्रेस पार्टी की सरकार की आलोचना की, जिसने पहले निजीकरण के खिलाफ आंदोलन को समर्थन देने की घोषणा की थी।