भूकंप का कहर : तुर्किये-सीरिया में फिर महसूस किए गए 6.3 तीव्रता के भूकंप के झटके, तीन लोगो की मौत, 200 से ज्यादा घायल
नई दिल्ली। तुर्किये में एक बार फिर भूकंप के तेज झटके महसूस किए गए। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 6.3 मापी गई। यूरोपीय भूमध्यसागरीय भूकंपीय केंद्र ने बताया कि तुर्किये-सीरिया सीमा क्षेत्र में दो किमी (1.2 मील) की गहराई में 6.3 तीव्रता का भूकंप आया। तुर्किये के दक्षिणी प्रांत हाटे में सोमवार को दो बार भूकंप के झटके महसूस किए गए। तुर्किये के गृह मंत्री सुलेमान सोयलू ने कहा कि ताजा भूकंप में तीन लोगों की मौत हुई है और 213 घायल हुए हैं। भूकंप के झटके बाद लोग अपने घरों से बाहर आ गए और हर तरफ अफरा तफरी का माहौल दिखा। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, ताजा भूकंप के झटकों से कई इमारतों को नुकसान पहुंचा है।
तुर्किये की अनादोलू समाचार एजेंसी के मुताबिक, हाटे प्रांत में आए 6.4 और 5.8 तीव्रता के भूकंप के झटके पड़ोसी देश लेबनान की राजधानी बेरूत में भी महसूस किया गया। सीरिया की सरकारी समाचार एजेंसी साना के हवाले से मीडिया रिपोर्ट में कहा गया है कि तुर्किये-सीरिया सीमा पर आए भूकंप के बाद अलेप्पो में इमारत का हिस्सा गिरने से छह लोग घायल हो गए।
तुर्किये की आपदा एजेंसी ने बताया कि डिजास्टर एंड इमरजेंसी मैनेजमेंट प्रेसीडेंसी (एएफएडी) के हवाले से बताया गया कि हाटे में स्थानीय समयानुसार रात करीब 20.04 बजे भूकंप आया, जिसकी तीव्रता 6.4 थी, जबकि तीन मिनट बाद 5.8 की तीव्रता का दूसरे भूकंप आया, जिसका केंद्र हाटे के समनदाग में था। एएफएडी ने समुद्र के स्तर में वृद्धि के जोखिम को देखते हुए एहतियात के तौर पर नागरिकों से तटीय क्षेत्रों पर जाने से बचने का आग्रह करते हुए चेतावनी जारी की है, क्योंकि समुद्र का जल स्तर 50 सेंटीमीटर (1.6 फीट) तक बढ़ सकता है। तुर्किये के उपराष्ट्रपति फुअत ओकटे ने क्षेत्र के नागरिकों से क्षतिग्रस्त इमारतों से दूर रहने की अपील की है।
इससे पहले तुर्किये और पड़ोसी सीरिया में छह फरवरी को भूकंप के शक्तिशाली झटके महसूस किए गए थे। रिक्टर पैमाने पर इसकी तीव्रता 7.8 मापी गई थी। इसके एक-दो दिन बाद भी कई बार भूकंप के हल्के झटके महसूस किए गए थे। शक्तिशाली भूकंप से मरने वालों की संख्या 41,000 से ज्यादा हो गई है। ऐसे में एक बार फिर आए इस झटके ने चिंताएं बढ़ा दी हैं।
भारत ने तुर्किये-सीरिया की मदद के लिए बचाव दल भेजा था। दल बचाव अभियान पूरा कर वापस लौटी चुका है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोमवार को उनसे मुलाकात भी की और बातचीत की। भारत ने तुर्किये और सीरिया में मदद के लिए ‘ऑपरेशन दोस्त’ चलाया था।
विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने बताया कि राष्ट्रीय आपदा मोचन बल (एनडीआरएफ) की अंतिम टीम तुर्किये से लौट चुकी है। बागची ने ट्वीट किया कि ऑपरेशन दोस्त के तहत तुर्किये भेजी गई एनडीआरएफ की अंतिम टीम लौट आई है। 151 जवानों और डॉग स्क्वॉयड की तीन टीमों ने भूकंप प्रभावित तुर्किये की मदद की।