मुख्यमंत्री समूहिक विवाह योजनान्तर्गत दूसरे दिन 637 जोड़ों ने थामा एक दूजे का हाथ
बरेली, 22 जनवरी। समाज कल्याण विभाग के अंतर्गत जनपद बरेली में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम का आयोजन बरेली क्लब में किया गया, जिसमें तहसील बहेड़ी, नवाबगंज एवं आंवला के अंतर्गत आने वाले विकासखंड के तथा नगरीय निकाय के 637 जोड़ों का विवाह संपन्न हुआ।
मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में कल एक ओर जहां 543 जोड़ों ने एक दूसरे के साथ सात फेरे लिये और दूसरी तरफ 94 जोड़ों का काजी द्वारा निकाह पढ़वाया गया। समाज कल्याण विभाग द्वारा आयोजित इस कार्यक्रम की तैयारी विभागीय अधिकारी, अन्य जिला स्तरीय अधिकारी तथा मुख्य विकास अधिकारी के निर्देशन में की गई थीं।
माननीय मुख्यमंत्री जी की प्राथमिक योजनाओं में मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम के आयोजन को सफल बनाने के लिए दो माह से तैयारियां चल रही थी। बारातियों के स्वागत और वधु को विदाई के समय दिए जाने वाले उपहार में कहीं कोई कमी न रह जाए इसके लिए मुख्य विकास अधिकारी की अध्यक्षता में गठित जिला स्तरीय समिति ने हर कार्य के लिए विशेष ध्यान रखा। वर-वधु को वैवाहिक जीवन की नई शुरुआत करने के लिए आर्शीवाद के साथ विभिन्न सौगातों में प्रेशर, डिनर सेट, बिछिया, पायल, बक्सा, क्रॉकरी सेट, पैंट-शर्ट का कपड़ा, साड़ी आदि उपहार दिए गए तथा उनके सुखद जीवन के लिये कामना की गयी। इसके साथ वधु को उसके नाम से खुले बैंक बचत खाता में 35000 रुपए की धनराशि भी दी जा रही है।
जिला समाज कल्याण अधिकारी द्वारा जानकारी दी गयी कि मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह कार्यक्रम में आज विकास खण्ड आलमपुर जाफराबाद के 79, मझगवां के 47, रामनगर के 42, बहेड़ी के 193, रिछा के 56, शेरगढ़ के 68, भदपुरा के 69, नवाबगंज के 67, नगर पालिका परिषद आंवला के 10, नगर पंचायत विशारतगंज के 02, नगर पंचायत देवरिनियां के 02, नगर पंचायत शेरगढ़ के 01, नगर पंचायत नवाबगंज के 01 जोड़ों का विवाह सम्पन्न हुआ।
इस अवसर पर जनप्रतिनिधियों में मा0 मंत्री वन एवं पर्यावरण डॉ0 अरुण कुमार, मा0 सांसद धर्मेन्द्र कश्यप, मा0 विधायक नवाबगंज डॉ0 एम.पी. आर्य, अधिकारियों में जिलाधिकारी रविन्द्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी जग प्रवेश, परियोजना निदेशक तेजवंत सिंह, डीसी मनरेगा हसीब अंसारी, जिला समाज कल्याण अधिकारी एवं सम्बंधित खंड विकास अधिकारी सहित अन्य समस्त अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बरेली से अखिलेश चन्द्र सक्सेना की रिपोर्ट