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यूएस की अध्ययन से पता चला: विश्व में उद्यमियों और कलाकारों के काम की सुरक्षा में अमेरिका अग्रणी, लेकिन नई नीतियाँ लायें जोखिम

29 फरवरी, 2024: यू.एस. चैंबर ऑफ कॉमर्स ने आज अपने इंटरनेशनल आईपी इंडेक्स (आईपी इंडेक्स) के 12वें संस्करण का अनावरण किया है, जिसमें नवाचार, रचनात्मकता व आर्थिक निवेश को बढ़ावा देने और जीवन की गुणवत्ता बढ़ाने में इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी (आईपी) के अधिकारों की महत्वपूर्ण भूमिका पर जोर दिया गया है।
किलब्राइड ने कहा, “अपने इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी फ्रेमवर्क में संशोधन के लिए भारत के हालिया प्रयास सराहनीय हैं, जो नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने में देश के सक्रिय दृष्टिकोण को उजागर करते हैं। इस तरह की पहल न सिर्फ स्थानीय क्रिएटर्स और इनोवेटर्स का समर्थन करती हैं, बल्कि इंटेलेक्चुअल प्रॉपर्टी के अधिकारों संरक्षण के वैश्विक परिदृश्य को भी समृद्ध करती हैं।”
व्यापक शोध मुक्त इंटरप्राइज़ के सबसे महत्वपूर्ण की रीढ़ के रूप में आईपी अधिकारों के महत्व की पुष्टि करता है। साथ ही, यह स्पष्ट करता है कि ये संवैधानिक रूप से गठित सुरक्षाएँ किस प्रकार अभूतपूर्व आविष्कारों और रचनात्मक कार्यों के विकास, व्यावसायीकरण और वितरण के लिए महत्वपूर्ण हैं।
पैट्रिक किलब्राइड, सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, यूएस चैंबर ऑफ कॉमर्स, ग्लोबल इनोवेशन पॉलिसी सेंटर, ने कहा, “इंडेक्स उन लाभों को दर्शाता है, जिन्हें सुदृढ़ और लागू करने योग्य आईपी मानकों को अपनाकर अर्थव्यवस्थाएँ हासिल कर सकती हैं। भारत में नीति निर्माता आईपी अधिकारों और आर्थिक गतिविधि के बीच महत्वपूर्ण संबंध को स्वीकार कर रहे हैं, जो निश्चित रूप से भारत की वैश्विक प्रतिस्पर्धा की भावना को बढ़ावा देगा।”
इसके साथ ही, आईपी इंडेक्स एक कम्पास के रूप में भी कार्य करता है, जो राष्ट्रीय स्तर पर नवाचार और रचनात्मकता को बढ़ावा देने के उपयुक्त तरीकों को अपनाने के लिए ग्लोबल लीडर्स का मार्गदर्शन करता है। इस डेटा का उपयोग करके, वे इस बात की पहचान कर सकते हैं कि कौन-सा कारक काम कर रहा है, और कौन-सा नहीं, और एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करने के लिए किन बदलावों की आवश्यकता है।

इंटरनेशनल आईपी इंडेक्स, 2024 की मुख्य विशेषताएँ:

वैश्विक परिदृश्य: इंडेक्स वैश्विक स्तर पर शीर्ष 55 अर्थव्यवस्थाओं के आईपी फ्रेमवर्क्स का आंकलन करता है, जो 20 अर्थव्यवस्थाओं में महत्वपूर्ण वृद्धि का संकेत देता है। हालाँकि, संयुक्त राज्य अमेरिका ने ग्लोबल लीडर के रूप में अपना स्थान बरकरार रखा है, वहीं सऊदी अरब, ब्राज़ील और नाइजीरिया में उल्लेखनीय प्रगति दर्ज की गई है। बहरहाल, चुनौतियाँ अभी भी बनी हुई हैं, क्योंकि 27 अर्थव्यवस्थाओं में कोई सुधार नहीं दिख रहा है, और इक्वाडोर जैसी आठ अर्थव्यवस्थाओं में कमजोर आईपी प्रवर्तन के कारण गिरावट देखने को मिल रही है।
नीतिगत नुकसान: रिपोर्ट उन महत्वपूर्ण बहसों और नीति प्रस्तावों पर प्रकाश डालती है, जो ग्लोबल आईपी अधिकारों को प्रभावित कर सकते हैं। इनमें जिनेवा में आईपी छूट पर चर्चा, अमेरिका में ‘मार्च-इन’ एब्यूस के माध्यम से व्यावसायिक संपत्ति की जब्ती और यूरोपीय संघ में आईपी मानकों को कम करने के प्रस्ताव शामिल हैं। ये मुद्दे ग्लोबल आईपी नीति के भविष्य को जोखिम में डालते हैं।

पायरेसी पर लगाम: ऑनलाइन पायरेसी से निपटने के रूप में अर्जेंटीना और ब्राजील जैसे देशों में हाल के घटनाक्रमों के तहत प्रगति देखने को मिल रही है, जहाँ गतिशील आदेश अपनाए जा रहे हैं, ताकि ऑनलाइन कॉपीराइट किए गए कार्यों की सुरक्षा की जा सके।

जो उद्योग आईपी पर बहुत अधिक निर्भर हैं, उन्होंने संयुक्त राज्य अमेरिका में खुद को एक महत्वपूर्ण आर्थिक शक्ति के रूप में साबित किया है, जो न सिर्फ लाखों नौकरियों का समर्थन करते हैं, बल्कि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में लगभग 7.8 ट्रिलियन डॉलर का योगदान भी देते हैं, जो देश की जीडीपी का लगभग 40% है।
आईपी ​​​​अधिकारों, 2024 के लिए शीर्ष 10 अर्थव्यवस्थाएँ:

संयुक्त राज्य अमेरिका (95.48%)
यूनाइटेड किंगडम (94.12%)
फ्रांस (93.12%)
जर्मनी (92.46%)
स्वीडन (92.12%)
जापान (91.26%)
नीदरलैंड (91.24%)
आयरलैंड (89.38%)
स्पेन (86.44%)
स्विट्जरलैंड (85.98%)
जिन 55 अर्थव्यवस्थाओं का आंकलन किया गया है, उनके बीच 2024 आईपी इंडेक्स स्कोर (0-100%) के आधार पर अर्थव्यवस्थाओं को स्थान दिया गया।

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